नयी दिल्ली, 26 सितंबर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर में भारतीय बाजारों में 21,875 करोड़ रुपये का निवेश किया है। भारतीय बाजारों को लेकर एफपीआई का दीर्घावधि का परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एक से 23 सितंबर के दौरान एफपीआई ने शेयरों में 13,536 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार में 8,339 करोड़ रुपये डाले हैं। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 21,875 करोड़ रुपये रहा।
अगस्त में भारतीय बाजारों में एफपीआई का शुद्ध निवेश 16,459 करोड़ रुपये रहा था।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक (शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘भारतीय शेयर बाजारों में तेजी, दीर्घावधि का सकारात्मक परिदृश्य, आर्थिक पुनरुद्धार की संभावना और कंपनियों की आय में सुधार से विदेशी निवेशक भारतीय शेयरों में निवेश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि इसके अलावा चीन में गिरावट से भी भारत को लाभ हुआ है। इससे भारत दीर्घावधि के परिप्रेक्ष्य से विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक निवेश गंतव्य बन गया है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स और एमएससीआई ईएम इंडेक्स की तुलना में निफ्टी का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है जिससे भारतीय बाजारों के प्रति एफपीआई का आकर्षण बढ़ा है।’’
कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष (इक्विटी तकनीकी शोध) श्रीकांत चौहान ने कहा कि अन्य उभरते बाजारों की बात की जाए, तो ताइवान को कुल 148.2 करोड़ डॉलर का निवेश प्रवाह मिला है।
दक्षिण कोरिया, थाइलैंड, इंडोनेशिया और फिलिपीन में समीक्षाधीन अवधि में निवेश का प्रवाह क्रमश: 122.3 करोड़ डॉलर, 35.8 करोड़ डॉलर, 26.8 करोड़ डॉलर और 3.8 करोड़ डॉलर रहा है।
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