नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर देश में इस साल अप्रैल-अगस्त के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 16 प्रतिशत बढ़कर 27.1 अरब डॉलर रहा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पिछले साल अप्रैल-अगस्त के दौरान देश में 23.35 अरब डॉलर का निवेश आया था।
मंत्रालय ने बयान में कहा कि कमाई को फिर से किये गये निवेश को मिलाकर कुल एफडीआई आलोच्य अवधि में 13 प्रतिशत बढ़कर 35.73 अरब डॉलर रहा।
बयान के अनुसार, ‘‘किसी वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में यह अबतक का सर्वाधिक एफडीआई है और 2019-20 के पहले पांच महीनों की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है।’’
कुल एफडीआई प्रवाह 2008 से 2014 में 231.37 अरब डॉलर की तुलना में 2014 से 2020 में 55 प्रतिशत बढ़कर 358.29 अरब डॉलर रहा।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘एफडीआई आर्थिक वृद्धि को गति देने वाला प्रमुख तत्व है और बिना कर्ज के वित्त का महत्वपूर्ण स्रोत है। सरकार का यह प्रयास रहा है कि एफडीआई नीति सुगम और निवेशकों के अनुकूल हो। एफडीआई को निवेशक अनुकूल बनाने के साथ यह भी कोशिश रही कि नीतिगत बाधाओं को दूर किया जाए, जो देश में निवेश प्रवाह को बाधित कर रहे थे।’’
बयान के अनुसार पिछले छह साल में इस दिशा में उठाये गये कदमों के कारण ही एफडीआई में अच्छी वृद्धि हुई।
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