देश की खबरें | लोक कलाकार रामचंद्र मांझी का निधन, नीतीश कुमार ने जताया शोक

पटना, आठ सितंबर प्रसिद्ध भोजपुरी लोक नर्तक, कलाकार और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित रामचंद्र मांझी का बुधवार रात पटना के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 97 वर्ष के थे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मांझी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि पद्मश्री से सम्मानित मांझी ने भोजपुरी नृत्य संगीत को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई, दिवंगत मांझी को 2017 में संगीत नाटक अकादमी का सम्मान मिला था।

नीतीश ने कहा कि दिवंगत मांझी को पिछले साल पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, उनके निधन से नृत्य, कला एवं संस्कृति विशेषकर भोजपुरी नृत्य संगीत के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

गौरतलब है कि 1925 में बिहार के सारण जिले में जन्मे मांझी जो कि प्रसिद्ध भिखारी ठाकुर के ‘‘नाच’’ नृत्य परंपरा के अंतिम सदस्य थे। वह ‘लौंडा नाच’ कलाकार के रूप में प्रसिद्ध थे। नृत्य के एक रूप ‘‘नाच’’ में पुरुषों को महिलाओं की भूमिकाएं निभाना शामिल है।

मशहूर भिखारी ठाकुर नाटककार, गीतकार, अभिनेता, लोक नर्तक, लोक गायक, लोक रंगमंच निर्देशक और सामाजिक कार्यकर्ता थे और जिन्हें भोजपुरी के ‘शेक्सपियर’ के नाम से जाता था, मांझी ठाकुर की मूल नाटक मंडली के सदस्यों में से एक थे।

मांझी ने लंबी बीमारी के बाद यहां इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में अंतिम सांस ली। उनके परिवार में चार बेटे और दो बेटियां हैं। वह वर्तमान में सारण स्थित ‘‘भिखारी ठाकुर रिपर्टरी ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर’’ से जुड़े थे जो एक फिल्म निर्माता और एक प्रसिद्ध कलाकार जैनेंद्र दोस्त द्वारा संचालित एक मंडली है।

दोस्त ने ‘पीटीआई-’ को बताया, ‘‘बुधवार रात 11 बजे मांझी जी का निधन हो गया। वह लंबे समय से हृदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे। कल उनकी हालत और खराब हो गई।’’

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