देश की खबरें | असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, 2.92 लाख लोग अब भी प्रभावित

गुवाहाटी, 12 जुलाई असम में बाढ़ की स्थिति में मंगलवार को काफी सुधार हुआ। हालांकि सात जिलों में 2.92 लाख से अधिक लोग अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं। एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, असम में अभी कोई नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है और दिन के दौरान डूबने की कोई घटना नहीं हुई है। इस साल बाढ़ और भूस्खलन में 192 लोगों की मौत हुई है।

एएसडीएमए ने कहा कि कछार, चिरांग, हैलाकांडी, मोरीगांव, नगांव, शिवसागर और तामूलपुर जिलों में अब भी करीब 2,92,200 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। कछार सबसे बुरी तरह प्रभावित है, जहां 1.68 लाख से अधिक लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। इसके बाद मोरीगांव में 1.13 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और नगांव में लगभग 7,450 लोग प्रभावित हैं। राज्य के 10 जिलों में आई बाढ़ से सोमवार तक 3.79 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे।

एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में, 642 गांव जलमग्न हैं और पूरे असम में 1,514.92 हेक्टेयर खेत की फसल नष्ट हो गई है। एएसडीएमए ने कहा कि अधिकारी पांच जिलों में 83 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं, जहां 5,004 बच्चों सहित 19,237 लोग शरण लिए हुए हैं।

अधिकारियों ने पिछले 24 घंटों के दौरान 375.68 क्विंटल चावल, दाल और नमक, 1,649.16 लीटर सरसों का तेल और अन्य बाढ़ राहत सामग्री वितरित की।

बारपेटा, बोंगाईगांव, कामरूप, मोरीगांव, नलबाड़ी, तामूलपुर, तिनसुकिया और उदलगुरी जिलों में बड़े पैमाने पर कटाव देखा गया है। बारपेटा, कामरूप, नगांव, डिब्रूगढ़, नलबाड़ी, उदलगुरी और करीमगंज में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। एएसडीएमए ने कहा कि मोरीगांव और नगांव जिलों में आई बाढ़ से कुल 73,657 मवेशी और पोल्ट्री प्रभावित हुए हैं।

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