गुवाहाटी, छह जून असम में बाढ़ की स्थिति में बृहस्पतिवार को उल्लेखनीय सुधार हुआ लेकिन सात जिले के लगभग 1.3 लाख लोग बाढ़ के प्रभाव से अब भी जूझ रहे हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, कछार, हैलाकांडी, होजाई, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, मोरीगांव और नगांव जिलों में बाढ़ से 1,29,500 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
इनमें नगांव सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। नगांव में 55,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, इसके बाद कछार में 51,000 और करीमगंज में 11,000 लोग बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं।
बुधवार तक, राज्य के आठ जिलों में करीब 2.5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बाढ़, भूस्खलन और तूफान के कारण इस साल कुल 34 लोगों की मौत हो चुकी है।
प्रशासन पांच जिलों में 112 राहत शिविर चला रहा है, जहां 16,947 लोग शरण लिए हुए हैं तथा इन जिलों में 25 राहत वितरण केंद्र संचालित किए जा रहे हैं।
एएसडीएमए ने बताया कि वर्तमान में राज्य में 293 गांव जलमग्न हैं और 5,702.1 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र नष्ट हो गया है।
बाढ़ के पानी ने कछार, होजाई, मोरीगांव और नगांव जिलों में तटबंधों, सड़कों, पुलों और अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचाया है। एएसडीएमए के अनुसार, वर्तमान में कामपुर एवं धर्मतुल में कोपिली नदी तथा करीमगंज में कुशियारा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
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