जरुरी जानकारी | घरेलू बाजार में पांच दिनों की तेजी थमी, सेंसेक्स 886 अंक लुढ़का

मुंबई, दो अगस्त घरेलू शेयर बाजार में पिछले पांच सत्रों से जारी तेजी का दौर शुक्रवार को थम गया और वैश्विक स्तर पर बिकवाली के दबाव में बाजार के प्रमुख सूचकांक बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स में करीब 886 अंक और निफ्टी में 293 अंक की गिरावट रही।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 885.60 अंक यानी 1.08 प्रतिशत फिसलकर 80,981.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 998.64 अंक गिरकर 80,868.91 अंक तक आ गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 293.20 अंक यानी 1.17 प्रतिशत गिरकर 24,717.70 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 324.05 अंक फिसलकर 24,686.85 पर आ गया था।

इसके साथ ही शेयर बाजार में पिछले पांच दिनों से जारी तेजी का सिलसिला थम गया। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने लगातार नए रिकॉर्ड स्तरों को हासिल किया।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘वैश्विक शेयर सूचकांकों में गिरावट के कारण घरेलू बाजारों में भी निवेशकों को इसका असर महसूस हुआ और उन्होंने मुनाफावसूली का सहारा लिया। हाल की तेजी ने भारतीय शेयरों को काफी महंगा बना दिया है लिहाजा इसमें थोड़ी गिरावट जरूरी थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि हमारी जुझारू अर्थव्यवस्था और मजबूत बुनियादी ढांचे के साथ कंपनियों की आय के अच्छे आंकड़े गिरावट को सीमित रखेंगे।’’

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से मारुति सुजुकी इंडिया, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और इन्फोसिस के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।

दूसरी तरफ एचडीएफसी बैंक, सन फार्मास्यूटिकल्स, कोटक महिंद्रा बैंक, नेस्ले इंडिया और एशियन पेंट्स के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘ अमेरिकी आईटी क्षेत्र की कमजोर आय, बेरोजगारी में संभावित वृद्धि, बीओजे द्वारा आगे ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना तथा चीन की वृद्धि में मंदी, ये सभी बातें बाजार की धारणा को कमजोर कर रही हैं।’’

व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 0.58 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक में 1.19 प्रतिशत की गिरावट आई।

बाजार में चौतरफा गिरावट के बीच निवेशकों की संपत्ति 4.46 लाख करोड़ रुपये घट गई। इसकी वजह से बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 4,57,16,946.13 करोड़ रुपये (5460 अरब अमेरिकी डॉलर) रह गया।

एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी गिरावट के साथ बंद हुए।

यूरोप के बाजार भी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.77 प्रतिशत बढ़कर 80.13 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में बृहस्पतिवार को लिवाल रहे और उन्होंने शुद्ध रूप से 2,089.28 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

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