लखनऊ, 27 जनवरी. उत्तरप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने बृहस्पतिवार को मांग की कि दिल्ली में 26 जनवरी को फैली अराजकता और लालकिला पर धार्मिक ध्वज फहराने की घटना को लेकर प्राथमिकी किसान नेताओं के खिलाफ नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस के आयुक्त और भाजपा के नेताओं के खिलाफ दर्ज होनी चाहिए. चौधरी ने यहां जारी एक बयान में कहा कि दिल्ली में 26 जनवरी को फैली अराजकता और लालकिला पर धार्मिक ध्वज फहराने की घटना किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए रची गई साजिश है और इसे दिल्ली पुलिस और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने रची है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए दिल्ली पुलिस और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की जितनी भी निंदा की जाए, कम है. उन्होंने मांग की कि प्राथमिकी किसान नेताओं के खिलाफ नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस के कमिश्नर और भाजपा के उन शीर्ष नेताओं के खिलाफ दर्ज होनी चाहिए जिनके तार अभिनेता से नेता बने दीप सिद्धू से जुड़े हैं और जिनकी तस्वीरें उनके साथ आम हो रही हैं. यह भी पढ़ें-Farmer's Tractor Rally Violence: FIR में नामजद किसान नेताओं के खिलाफ पुलिस ने ‘लुक आउट’ नोटिस जारी किया
चौधरी ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में पूरी पार्टी तीन कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी शक्ल देने की मांग को लेकर चल रहे किसान आन्दोलन के साथ है और रहेगी.