भदोही (उप्र), 13 अप्रैल भदोही जिला प्रशासन ने एक महिला द्वारा अपने पांच बच्चों को नदी में डुबोकर मारने की घटना की गलत रिपोर्टिंग करने के आरोप में दो मीडिया संस्थानों के सम्पादकों और संवाददाताओं समेत छह लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है।
जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि जिले के गोपीगंज इलाके में शनिवार देर रात एक महिला द्वारा अपने पांच बच्चों को डुबोकर मारने की घटना के संबंध में गलत खबर देते हुए दो प्रमुख मीडिया संस्थाओं ने लिखा कि उक्त महिला एक दिहाड़ी मजदूर है और उसके पास लॉकडाउन के कारण कुछ भी खाने को नहीं था।
उन्होंने दावा किया कि सचाई यह है कि वह महिला दिहाड़ी मज़दूर नहीं है और ना ही उसके पास खाने की कमी है, उसने पति से हुए झगड़े से क्षुब्ध होकर ऐसा कदम उठाया। उन्होंने दावा किया कि महिला और उसके पति ने भी यही बात कही है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने बताया कि इस मामले में दोनों मीडिया संस्थाओं के सम्पादकों और संवाददाताओं के साथ—साथ इस खबर को सोशल मीडिया पर प्रसारित करने वाले दो लोगों के खिलाफ गोपीगंज थाने के निरीक्षक कृष्णा नन्द राय ने धारा 51 , 54 ,188 ,505 (1) ब के तहत मामला दर्ज कराया है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि महिला द्वारा बच्चों को नदी में फेंकने की घटना शनिवार देर रात की है। उन्होंने बताया कि पांच बच्चों में से दो आरती (12), सरस्वती (10) के शव कल बरामद कर लिए गए थे जबकि आज दो बच्चों मातेश्वरी (8) और शिव शंकर (6) के शव निकाल लिए गए हैं। पांचवें बच्चे केशव (चार) की तलाश जारी है।
पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने रविवार को बताया था कि जिले के गोपीगंज थाना क्षेत्र के जहांगीराबाद गाँव निवासी मंजू (36) का पति मृदुल यादव झारखण्ड में रहता है। उन्होंने बताया कि शनिवार देर रात मंजू किसी को बताए बगैर अपने पांच बच्चों को घर से लेकर निकली थी। उन्होंने बताया कि मंजू ने रात करीब दो बजे गांव में ही स्थित गंगा नदी में सभी बच्चों को कथित रूप से डुबो दिया।
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