नयी दिल्ली, 11 जुलाई उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा पर पहले ही रोक लगा रखी है और यह फिलहाल जारी रहेगी, लेकिन प्रदेश की जनता के हित में आवश्यकता पड़ने पर सरकार पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बात करेगी और इस संबंध में कोई अंतिम फैसला लेगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि लोगों का जीवन बचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
राजधानी दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, "राज्य सरकार ने पहले ही इस पर रोक लगा रखी है। यह पूरी तरह आस्था से जुड़़ा मामला है, लेकिन लोगों का जीवन भी खतरे में नहीं डाला जा सकता। लोगों का जीवन बचाना हमारी प्राथमिकता है। कांवड़ यात्रा के कारण कोविड से एक भी जान जाती है, तो वह भगवान को भी अच्छा नहीं लगेगा।"
उन्होंने कहा कि जहां तक कांवड़ यात्रा का सवाल है, उत्तराखंड मेजबान राज्य है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु पड़ोस के राज्यों से आते हैं।
उन्होंने कहा, "जरूरत पड़ी तो हम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से बातचीत के बाद ही इस बारे में अंतिम निर्णय करेंगे, क्योंकि, ज्यादातर श्रद्धालु इन्हीं राज्यों से आते हैं।"
आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा सत्ता में आने पर उत्तराखंड में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दिए जाने की घोषना से जुड़े एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, '' राज्य में "अच्छी बिजली" दी जा रही है...हम चौबीस घंटे बिजली दे रहे हैं।"
आप पर निशाना साधते हुए धामी ने कहा कि कुछ लोगों का एजेंडा चुनाव जीतना हो सकता है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एजेंडा राज्य का विकास है।
ब्रजेन्द्र
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