तिरुवनंतपुरम, 8 दिसंबर : महिला सहपाठी को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किए गए एक सरकारी डॉक्टर ने उससे दहेज के तौर पर डेढ़ किलो सोना और कई एकड़ जमीन मांगी थी. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि डॉ. रुवैयास द्वारा अत्यधिक दहेज के लिए लगातार दबाव और मानसिक उत्पीड़न के कारण अवसाद में आई डॉ. शहाना ने मंगलवार को यहां एक अपार्टमेंट में अपनी जान दे दी. डॉक्टर की आत्महत्या के मामले की जांच कर रही मेडिकल कॉलेज पुलिस ने बृहस्पतिवार शाम को यहां एक अदालत में जमा की गई अपनी रिमांड रिपोर्ट में यह हैरान करने वाली जानकारी दर्ज की है.
रिपोर्ट के अनुसार महिला डॉक्टर द्वारा आत्महत्या से पहले कथित रूप से लिखा गया सुसाइड नोट अपार्टमेंट से मिला जिसमें आरोपी के तौर पर डॉ. रुवैयास का नाम और उसकी कथित भूमिका का स्पष्ट उल्लेख है. यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज के अस्थिरोग विभाग में अध्ययनरत 27 वर्षीय स्नातकोत्तर चिकित्सा छात्रा अपने आवास पर बेहोश मिली थी और उसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था. यह भी पढ़ें : Maharashtra: पोंजी योजनाओं को रोकने के लिए अध्ययन समूह बनाएगी महाराष्ट्र सरकार- देवेंद्र फडणवीस
सुसाइड नोट और लड़की की मां के बयान के आधार पर पुलिस ने दहेज के कारण अपने विवाह प्रस्ताव से मुकरकर कथित तौर पर शहाना को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में रुवैयास को गिरफ्तार किया था. रिमांड रिपोर्ट के अनुसार महिला डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, ‘‘यह सच है कि मेरा परिवार डेढ़ किलो सोना और कई एकड़ जमीन नहीं दे सकता.’’ शहाना ने यह भी लिखा कि युवक की मंशा उससे शादी का वादा करके उसका जीवन बर्बाद करने की थी और वह उन लोगों की दहेज की इच्छा के कारण अपनी जान दे रही है. जांच अधिकारियों ने आत्महत्या के लिए उकसाने के साथ ही दहेज प्रतिषेध कानून के प्रावधान भी लागू किए हैं.