ताजा खबरें | अपने मतदाताओं का भी भला नहीं सोच पाते परिवारवादी लोग : मोदी

फतेहपुर (उत्तर प्रदेश), 17 फरवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि परिवारवादी लोग अपने मतदाताओं का भी भला नहीं सोच पाते हैं।

मोदी ने विपक्ष पर तीन तलाक रोधी कानून का विरोध करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘वे किस कदर स्वार्थ में जी रहे हैं कि जो लोग उन्हें वोट देते हैं, उनका भी भला नहीं सोच पा रहे।’’

प्रधानमंत्री ने फतेहपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष खासकर समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर निशाना साधा और लोगों को आगाह किया कि वे 'घोर परिवारवादियों' को सत्ता में नहीं आने दें क्योंकि 'छोटी सोच' से उत्तर प्रदेश जैसा बड़ा राज्य नहीं चलाया जा सकता।

मोदी ने अपनी सरकार द्वारा बनाए गए तीन तलाक रोधी कानून का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, "सरकार ने जब तीन तलाक के विरुद्ध कानून बनाया तो घोर परिवारवादी लोग, पूरा कुनबा उसके खिलाफ खड़ा हो गया। मैं तो हैरान हूं कि यह लोग कितने स्वार्थ में जी रहे हैं कि जो लोग उनको वोट दे रहे हैं, उनका भी भला नहीं सोच पा रहे हैं। आज मुझे हिंदुस्तान के हर कोने से मेरी मुस्लिम बहन-बेटियां आशीर्वाद दे रही हैं क्योंकि उनके जीवन की रक्षा का मैंने बहुत बड़ा काम किया है।"

प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की जनता राज्य में कोई एक सरकार लगातार दूसरी बार नहीं आने के पुराने रिवाज को तोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक बार फिर सत्ता में लाएगी। उन्होंने कहा, "घोर परिवारवादियों की सोच परिवार से ही शुरु होकर परिवार पर ही खत्म हो जाती है। एक छोटी सी सोच से उत्तर प्रदेश जैसा बड़ा राज्य नहीं चलाया जा सकता। यही वजह है कि फिर एक बार उत्तर प्रदेश कह रहा है... आएगी तो भाजपा ही। आएंगे तो योगी ही।"

उन्होंने कहा, "लोग कहते थे कि उत्तर प्रदेश में तो एक बार सरकार बनती है, दूसरी बार बदल जाती है और कुछ लोग तो इसलिए सपने देखते रहते हैं कि वैसे भी बदलना ही है। अब तो उत्तर प्रदेश ही बदल गया है। उत्तर प्रदेश ने तो 2014 में हमें समर्थन दिया, 2017 में दिया और फिर 2019 में दिया। वह पुरानी वाली ‘थ्योरी’ उत्तर प्रदेश ने खत्म पहले से ही कर दी है और इसलिए 2022 में भी भाजपा विजयी होकर रहेगी। यह मैं आपके उत्साह में देख रहा हूं।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "सारे वाद, सारे विवाद एक तरफ और राष्ट्रवाद एक तरफ। उप्र के लोगों ने ठान लिया है कि होली आने से पहले 10 मार्च को ही विजय की होली मना लेंगे।"

मोदी ने कहा, "घोर परिवारवादियों की सूची में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने दशकों तक देश और प्रदेश में सरकार चलाई हैं लेकिन जब से आपने उन्हें यहां से बेदखल किया है, इन लोगों की उत्तर प्रदेश के प्रति नफरत दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इन परिवारवादियों के मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के लोगों का अपमान किया तो गांधी परिवार तालियां बजाता रहा और आज यह लोग उत्तर प्रदेश के लोगों से वोट मांग रहे हैं। आपको इन परिवारवादियों से बचकर रहना है।"

प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जब सरकार कोविड-19 महामारी के दौरान हर व्यक्ति की जान बचाने के लिए निशुल्क टीकाकरण अभियान चला रही थी तब घोर परिवारवादी लोग कह रहे थे कि हमारा देश गरीब है और सरकार टीकाकरण के पीछे इतना खर्च क्यों कर रही है। यह लोग ऐसे परिवारवाद में फंसे हैं कि इन्हें योगी आदित्यनाथ और मोदी के साथ-साथ टीके से भी समस्या है। कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि टीके से दो लोग डरते हैं। एक तो कोरोना वायरस और दूसरा टीका विरोधी लोग।’’

उन्होंने सरकार की मुफ्त राशन योजना का जिक्र करते हुए कहा, "भारत इतना बड़ा काम कर रहा है तब भी परिवारवादी लोग मुफ्त राशन देने की इस योजना पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। इन लोगों से सतर्क रहें।’’

प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर किसानों के नाम पर झूठी घोषणाएं करके अपनी तिजोरी भरने का आरोप लगाते हुए कहा, "इन्होंने तो किसानों के नाम पर झूठी घोषणाएं करके अपने परिवार, अपने नाते-रिश्तेदारों की तिजोरियां भरी हैं। ऐसे घोर परिवारवादियों को अब उत्तर प्रदेश की सत्ता के आसपास भी फटकने नहीं देना है।"

मोदी ने कहा, "देश की चीजों का सम्मान बढ़ाने के लिए जब मैं ‘वोकल फॉर लोकल’ की बात करता हूं तो भी परिवारवादियों को दर्द होता है। असल में इनको समस्या यह है कि अगर देश के गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासियों को शक्ति मिल गई तो वोट बैंक और परिवारवाद की राजनीति करने वालों की सियासत ही धरी की धरी रह जाएगी।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, "फतेहपुर के लोग कभी नहीं भूल सकते हैं कि पिछली सरकार के लोग यहां कैसे-कैसे दबंगई करते थे। सरकारी जमीनों पर कब्जा यहां पर आम बात थी। अवैध खनन माफिया ने तो फतेहपुर समेत इस पूरे इलाके को तबाह कर दिया था। योगी जी की सरकार अब माफियाओं का इलाज कर रही है।"

मोदी ने श्रमिक वर्ग को लुभाने की कोशिश करते हुए कहा, "कुंभ के मेले की इतनी प्रतिष्ठा बढ़ी थी और उसकी सफाई के कारण, तो मेरा मन कर गया और मैंने जो सफाई करने वाले भाई-बहन थे उनके पैर धोए और उनका आशीर्वाद लिया। कितना बड़ा काशी विश्वनाथ धाम बन गया और चारों तरफ जय जयकार हो रही थी लेकिन मेरा ध्यान तो उस मजदूर की तरफ था जिसने मेहनत करके काशी विश्वनाथ धाम बनाया था। सारे संत और महापुरुष बैठे थे। मैं उनके पास नहीं गया। मैं वहां चला गया जहां मजदूर बैठे थे। मैंने उन पर फूलों की वर्षा की। उनका सम्मान किया, उनका आशीर्वाद लिया, क्योंकि मुझे मालूम है कि यही मेरे देश के लोग हैं जो मेरे देश के सपने पूरे करेंगे।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)