मुंबई, 12 अगस्त भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य में साल के आखिर में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों के लिए सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे के मुद्दे पर फैसला लेंगे।
भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि इस कदम का उद्देश्य अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को सुव्यवस्थित करना तथा अवांछित देरी से बचना है।
शेलार ने कहा, “मुंबई में (प्रदेश इकाई की) कोर समिति की बैठक में सीट-बंटवारे और विधानसभा क्षेत्रों के चयन से संबंधित सभी फैसले लेने की शक्तियां फडणवीस को सौंपने का निर्णय किया गया।”
बैठक में पार्टी पर्यवेक्षक एवं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री एवं मुंबई उत्तर से सांसद पीयूष गोयल भी शामिल हुए।
महाराष्ट्र में 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने राज्य की 288 सीटों में से 104 पर जीत दर्ज की थी।
शेलार ने पुष्टि की कि “सहयोगियों के साथ विधानसभा चुनावों की रणनीति और सीट-बंटवारा समझौते के अलावा जीत के फॉर्मूले’’ को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
उन्होंने कहा, “फडणवीस को इस संबंध में पूर्ण शक्तियां दी गई हैं।”
हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में भाजपा नीत महायुति गठबंधन को राज्य की 48 संसदीय सीटों में से महज 17 पर जीत हासिल हुई थी। इन चुनावों में भाजपा की सीटों की संख्या घटकर नौ हो गई जो पांच साल पहले 23 थी।
महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) गुट भी शामिल हैं।
वहीं, महा विकास आघाडी (एमवीए) ने लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र की 30 सीटों पर कब्जा किया था। एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं।
शेलार ने कहा, “हमने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी घटक दलों के साथ चर्चा करने, रणनीति बनाने और निर्णय लेने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करके समय बचाने का फैसला किया है। एक बार यह काम हो जाए, तो हम विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर सकते हैं। उम्मीदवारों की सूची उचित समय पर जारी की जाएगी।”
लोकसभा चुनावों में भाजपा की सीटों का आंकड़ा घटकर नौ हो जाने के बाद फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी पर ध्यान केंद्रित करने की पेशकश की थी।
हालांकि, भाजपा की एक बैठक में पार्टी विधायकों ने उनपर भरोसा जताते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसके बाद फडणवीस ने कहा था कि वह उपमुख्यमंत्री पद पर बरकरार रहेंगे।
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