इंदौर (मध्यप्रदेश), 29 अप्रैल वाहन बनाने वाली कंपनियों के संगठन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 का प्रकोप थमने, ईंधन तकनीक में बदलावों और सरकारी प्रोत्साहन सरीखे कारकों से अगले पांच साल के दौरान देश के वाहन उद्योग में 1.20 लाख करोड़ रुपये का निवेश हो सकता है।
सियाम के उपाध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने इंदौर में राज्य सरकार के आयोजित पहले ‘मध्यप्रदेश ऑटो शो’ में कहा,‘‘देश में महामारी के लगभग खत्म होने, तकनीकी बदलावों और सरकारी प्रोत्साहन के बीच गाड़ियों की बिक्री के रफ्तार पकड़ने के कारण वाहन उद्योग में आने वाले दिनों में काफी निवेश आने वाला है।’’
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में इन दिनों बिजली, सीएनजी, एलएनजी, एथनॉल और हाइड्रोजन आधारित ईंधनों से चलने वाली उन्नत गाड़ियां पेश की जा रही हैं।
अग्रवाल ने ईंधन तकनीक में बदलावों के संदर्भ में कुछ अनुमानों के हवाले से कहा कि अगले पांच साल के दौरान देश के वाहन उद्योग में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
उन्होंने कहा कि देश में उन्नत रसायन सेल बैटरी (एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल बैटरी) बनाने में 45,000 करोड़ रुपये का अलग निवेश होने का अनुमान है।
सियाम उपाध्यक्ष ने कहा,‘‘.... बेहतर सरकारी नीतियों, मजबूत बुनियादी ढांचे, दूसरे राज्यों से सस्ती जमीन, देश के भूगोल में केंद्रीय स्थिति और काम-काज के शांतिपूर्ण वातावरण की खूबियों के चलते मध्यप्रदेश में वाहन उद्योग के लिए निवेश के बेहतरीन अवसर हैं।"
गौरतलब है कि अग्रवाल, वॉल्वो-आयशर कमर्शियल व्हीकल्स के प्रबंध निदेशक (एमडी) तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं और इस कंपनी का इंदौर के पास पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में बड़ा संयंत्र है। हर्ष
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