बेंगलुरु, 20 दिसंबर इंजीनियर अतुल सुभाष की मौत के सिलसिले में गिरफ्तार की गई उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया, उसकी मां और भाई ने उनके खिलाफ दर्ज आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में जमानत के लिए यहां एक स्थानीय अदालत का रुख किया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सुभाष ने अपनी पत्नी और उसके परिवार द्वारा कथित उत्पीड़न के बाद नौ दिसंबर को आत्महत्या कर ली थी।
पुलिस ने बताया कि निकिता को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था, जबकि उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को 14 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था। इन सभी पर सुभाष को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है।
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों को बेंगलुरु लाकर स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘निकिता, उसकी मां और भाई ने बृहस्पतिवार को स्थानीय अदालत में संयुक्त जमानत याचिका दायर की। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।’’
सुभाष (34) का शव नौ दिसंबर को दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के मुन्नेकोलालु में उसके घर पर फंदे से लटका मिला था। सुभाष ने वीडियो और 24 पन्नों के सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि उनसे अलग रह रही उसकी पत्नी और ससुराल वालों ने ‘‘झूठे’’ मामलों में फंसाकर और ‘‘लगातार उत्पीड़न कर’’ उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया।
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