
नयी दिल्ली, 10 मई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 'टोरेस ज्वैलरी' से जुड़े धन शोधन के मामले में मुंबई और सूरत में 'अंगड़िया' और 'हवाला' संचालकों के खिलाफ छापेमारी कर 6.3 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं। ईडी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
ईडी ने एक बयान में बताया कि शुक्रवार को उसके मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा चार परिसरों पर छापेमारी की गई।
यह कार्रवाई 'प्लैटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड' के खिलाफ धन शोधन से जुड़े मामले से संबंधित है। 'प्लैटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड' टोरेस ज्वैलरी ब्रांड नाम से कारोबार करती है। कंपनी पर आरोप है कि उसने मोइस्सनाइट हीरे और अन्य आभूषणों की बिक्री के नाम पर ग्राहकों से भारी मात्रा में नकद राशि वसूलकर उनके साथ धोखाधड़ी की है।
ईडी का मामला नवी मुंबई में दर्ज पुलिस की प्राथमिकी पर आधारित है।
ईडी ने कहा कि कंपनी ने यह नकद धन अपने वैध व्यापारिक उद्देश्यों में प्रयोग करने के बजाय हवाला के माध्यम से बाहर (विदेश) भेज दिया और बाद में इसे यूएसडीटी (क्रिप्टोकरेंसी) में बदल दिया।
एजेंसी ने दावा किया कि कथित हवाला ऑपरेटर और मामले में एक अहम व्यक्ति अल्पेश खारा ने विदेशी नागरिकों अलेक्सांद्र जैपिचेंको उर्फ एलेक्स और ओलेना स्टोइयन (धोखाधड़ी के कई कथित सरगना में से दो) के निर्देश पर मुंबई में टोरेस के शोरूम से नकदी एकत्र करने में मदद की।
खारा पर इस धन को यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी में बदलने में दोनों की सहायता करने का भी आरोप है।
ईडी का आरोप है कि अल्पेश खारा एक प्रसिद्ध अंगडिया इकाई की फ्रेंचाइजी का मालिक है, जिसकी शाखाएं देशभर में फैली हुई हैं।
एजेंसी के अनुसार, इन शाखाओं और विभिन्न हवाला ऑपरेटर के माध्यम से बहुत बड़ी मात्रा में नकदी का लेन-देन किया गया है।
मुंबई और सूरत में इन ऑपरेटरों के खिलाफ की गई छापेमारी में 6.3 करोड़ रुपये नकद के साथ-साथ अपराध सिद्ध करने वाले डिजिटल उपकरण भी जब्त किए गए।
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