विरोधाभासों के कारण ‘इंडिया’ गठबंधन की लोकसभा चुनाव में भारी पराजय होगी: भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को मतदाताओं से कहा कि वह अपना वोट ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के पक्ष में डालकर बर्बाद ना करें, क्योंकि विपक्षी गठबंधन का चुनावी भविष्य विरोधाभासों से भरा हुआ है.
नयी दिल्ली, 28 मई : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को मतदाताओं से कहा कि वह अपना वोट ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के पक्ष में डालकर बर्बाद ना करें, क्योंकि विपक्षी गठबंधन का चुनावी भविष्य विरोधाभासों से भरा हुआ है. पार्टी ने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारी जनादेश के साथ केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाएंगे. भाजपा मुख्यालय में यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया कि ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं, क्योंकि पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है कि वह एक जून को होने वाली ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं होंगी.
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘इंडिया’ गठबंधन के विरोधाभास खुलकर सामने आ रहे हैं. जब यह स्पष्ट है कि ये पार्टियां पंजाब और पश्चिम बंगाल में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं, तो मैं इन राज्यों के लोगों से खासतौर पर कहना चाहूंगा कि उन्हें तर्कसंगत ढंग से सोचना चाहिए कि ऐसी स्थिति में उन्हें किसे वोट देना चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप स्पष्ट रूप से समझ सकते हैं कि उनके लिए मतदान करना एक तरह से अपना वोट बर्बाद करने जैसा होगा. उनके पक्ष में डाले गए वोटों का कोई महत्व नहीं होगा.’’ यह भी पढ़ें : Fact Check: ‘कभी बंद नहीं होगा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन’, PIB ने फेक न्यूज पर दिया स्पष्टीकरण
त्रिवेदी ने दावा किया कि छठे चरण के मतदान के बाद जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव अपने समापन के करीब आ रहा है, यह ‘स्पष्ट रूप से’ दिखाई दे रहा है कि देश के लोग स्थिति को समझ गए हैं और भाजपा नीत राजग प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 400 से ज्यादा सीट जीतने के लक्ष्य को हासिल करने की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘देश के लोग निर्णायक रूप से भाजपा के समर्थन में खड़े हैं.’’ भाजपा नेता ने दावा किया कि मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में तीसरा कार्यकाल मिलेगा, क्योंकि ‘इंडिया’ गठबंधन को उनके गठबंधन में स्पष्ट विरोधाभासों के कारण लोकसभा चुनावों में करारी हार झेलनी पड़ेगी.