नयी दिल्ली, 25 जुलाई दिल्ली मेट्रो की ‘ग्रे लाइन’ पर एक आगामी स्टेशन उसकी दीवारों पर कलाकृतियों के जरिए नजफगढ़ क्षेत्र की धरोहर, संस्कृति और जैव विविधता दर्शाएगा। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
‘ग्रे लाइन’ के विस्तार के तौर पर बनाए ढांसा बस स्टैण्ड मेट्रो स्टेशन के जुलाई अंत तक शुरू होने की संभावना है।
मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरआरएस) से अनिवार्य मंजूरी मिलने के बाद 1.8 किलोमीटर लंबे नजफगढ़-ढांसा बस स्टैण्ड परिसर अब संचालन के लिए तैयार है। इस कॉरिडोर को खोलने की तारीख जल्द ही बता दी जाएगी।
लगभग 4.2 किलोमीटर लंबी ग्रे लाइन (द्वारका-नजफगढ़ कॉरिडोर) के विस्तार से नजफगढ़ के आसपास के अंदरुनी इलाकों के निवासियों को काफी लाभ होगा। द्वारका-ढांसा बस स्टैण्ड कॉरिडोर पर आगामी स्टेशन को आकर्षित कलाकृतियों और तस्वीरों से सजा दिया गया है जो राष्ट्रीय राजधानी के इस उपनगर की समृद्ध धरोहर, संस्कृति, वन और जीव समूह को दर्शाती है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘दक्षिण पश्चिम दिल्ली के नजफगढ़-ढांसा क्षेत्र की गहरी सांस्कृतिक जड़ें हैं। इसका इतिहास काफी समृद्ध है। कलाकृतियों और तस्वीरों के जरिये इस इलाके के विशिष्ट गुणों को दिखाने की कोशिश की गयी है।’’
नजफगढ़ और ढांसा के बीच स्थित ‘झील’ बड़ी संख्या में बारहमासी स्थानीय वन्य जीवों और प्रवासी पक्षियों के लिए एक पारिस्थितिकी स्वर्ग हैं। तोते, चील, बत्तख, चिड़िया, किंगफिशर इस इलाके में रहते हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने एक बयान में कहा कि स्टेशन में ‘प्रिंटेड ग्लास पैनल’ पर तस्वीरें इस इलाके की समृद्ध जैव विविधता को दिखाती हैं और इसकी थीम ‘प्रवासी पक्षी’ हैं।
इस इलाके के आसपास के गांवों को उनकी लोक-साहित्य के लिए जाना जाता है। गांव अपने ऐतिहासिक महत्ता का जश्न मनाने के लिए मेलों का आयोजन करते हैं।
डीएमआरसी ने बताया कि कलाकृतियां इस स्टेशन से गुजरने वाले यात्रियों का ध्यान आकर्षिक करेंगी। ये कलाकृतियां डीएमसआरसी के वास्तुकला विभाग ने चुनी है और इसे युवा कलाकारों तथा फोटोग्राफरों ने बनाया है। ग्रे लाइन के विस्तार के साथ ही दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क अब 390 किलोमीटर का होगा जिसमें 286 मेट्रो स्टेशन होंगे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)