किश्तवाड़/जम्मू, आठ नवंबर आतंकवादियों के हाथों दो ग्राम रक्षा गार्ड के मारे जाने के खिलाफ शुक्रवार को जम्मू क्षेत्र में कुछ जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया गया जबकि किश्तवाड़ में पाकिस्तान के विरूद्ध प्रदर्शनों के साथ पूर्ण बंद रखा गया।
किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है जहां लोग अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे तथा इन दोनों गार्ड की हत्या में शामिल आतंकवादियों का ‘तत्काल सफाया करने’ की मांग की। इसी जिले से दो ग्राम रक्षा गार्ड को अगवा कर उनकी हत्या कर दी गयी थी।
जिले में सभी दुकानें और व्यवसाय बंद रहे। सड़कों पर यातायात नदारद रहा, जबकि स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में उपस्थिति कम रही।
आज सुबह कुंतवाड़ा, ठाकुरी, पद्दार और अन्य क्षेत्रों से भी विरोध प्रदर्शन की खबरें आईं, जहां ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाए गए और सड़कों पर धरना दिया गया।
किश्तवाड़ जिले के ऊपरी क्षेत्रों में आतंकवादियों ने दो ग्राम रक्षा गार्ड को अगवा कर उन्हें मार डाला। जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध संगठन ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
इन दोनों गार्ड की नृशंस हत्या के बाद पुलिस और सेना घने जंगल में संयुक्त रूप से सघन तलाशी अभियान चला रही है।
जैसे ही हत्याओं की खबर फैली जिले के द्राबशाला इलाके में सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने लगे। उन्होंने टायर जलाए और सड़कें जाम कर दीं। उन्होंने पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ भी नारे लगाए।
किश्तवाड़ शहर में सनातन धर्म सभा के तत्वाधान में महिलाओं की अगुवाई में एक विरोध मार्च निकाला गया। प्रदर्शनकारी महिलाएं मुख्य चौक पर बैठ गयीं, उन्होंने टायर एवं पाकिस्तानी झंडे को जलाया।
संतोष देवी नामक एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान, उसके आतंकवादियों और जम्मू-कश्मीर में उसके पक्ष में आवाज उठाने वालों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई चाहते हैं। आतंकवादियों और उनके समर्थकों का सफाया करने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई होनी चाहिए।’’
सनातन धर्म सभा ने किश्तवाड़ में आम जनता से बंद का पूर्ण समर्थन करने तथा अपने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों, शैक्षणिक संस्थानों और दुकानों को बंद रखने की अपील की।
किश्तवाड़ की विधायक शुगन परिहार ने हत्याओं की निंदा करते हुए कहा, ‘‘किश्तवाड़ जिले के कुंतवाड़ा के वन क्षेत्र में आतंकवाद के एक जघन्य कृत्य में हमारे वीडीजी भाइयों, नजीर अहमद और कुलदीप कुमार की भयानक हत्याओं से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं इन बहादुर शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
जम्मू में किश्तवाड़ी संगठन ने विरोध प्रदर्शन किया तथा नेशनल कांन्फ्रेंस (नेकां) और उसके नेताओं का पुतला फूंका।
उन्होंने किश्तवाड़ के उन इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की जहां अल्पसंख्यक समुदाय रहता है। उन्होंने यह भी मांग की कि पहाड़ियों को आतंकवादियों से मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया जाए।
उधमौर, सानवा, कठुआ और रियासी जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुए।
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