नयी दिल्ली, दो अक्टूबर हाथरस सामूहिक बलात्कार पीड़िता के लिये न्याय की मांग करने को लेकर नागरिक समाज के कार्यकर्ता, छात्र और महिलाएं शुक्रवार को यहां जंतर मंतर पर जुटे।
यह प्रदर्शन शुरूआत में इंडिया गेट पर होना था, लेकिन राजपथ क्षेत्र में निषेधाज्ञा के कारण यह जंतर मंतर पर किया गया।
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में जो कुछ हो रहा है वह गुंडाराज है। पुलिस ने गांव को घेर रखा है, वहां विपक्षी नेताओं और मीडियाकर्मियों को नहीं घुसने दिया जा रहा। उन्होंने (पुलिस-प्रशासन) ने पीड़िता के परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन ले लिये हैं। ’’
उन्होंने परिवार की इच्छा के विरूद्ध पीड़िता के शव का दाह संस्कार किये जाने के तरीके की भी निंदा की।
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सामूहिक बलात्कार के करीब पखवाड़े भर बाद 19 वर्षीय पीड़िता की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। बुधवार तड़के उत्तर प्रदेश के हाथरस में उसका दाह-संस्कार कर दिया गया।
पीड़िता के परिवार के सदस्यों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने रातोंरात जबरन दाह-संस्कार करने के लिये उन्हें मजबूर किया।
हालांकि, स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि दाह-संस्कार परिवार की सहमति से किया गया।
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