लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. योगी सरकार के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर (Jantar Mantar) पर कई संगठनों विरोध प्रदर्शन शुरू है. जिस प्रदर्शन में सामाजिक संगठन के साथ ही राजनीति से जुड़े नेता भी शामिल हो रहे हैं. लोगों के विरोध को देखते हुए ही योगी सरकार ने शुक्रवार को प्रांतीय पुलिस सेवा के पांच अधिकारियों के तबादले कर दिये हैं. हाथरस की घटना लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav) ने योगी सरकार के साथ ही जिले के आला अधिकारियों पर लगातार सवाल उठा रहे हैं. शुक्रवार को उन्होंने एक ट्वीट कर जिले के डीएम और एसपी के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने की मांग की है.
पूर्व सीएम अखिलेश ने ट्वीट किया, उन्होंने लिखा किहाथरस कांड’ में जनाक्रोश से डरी भाजपा अपने कृत्य छिपाने के लिए डीएम, एसपी को हटा सकती है. समाजवादी पार्टी की मांग है कि इन पर एफआईआर हो जिससे ये सच उगलें कि इन्होंने किसके दबाव में ऐसा किया. बीजेपी की नीतियों ने उप्र में DM-SP की कुछ नयी गैंग को जन्म दिया है, पहले महोबा व अब हाथरस जिसके गवाह हैं. यह भी पढ़े: Hathras Gangrape Case: दिल्ली के महर्षि वाल्मिकि मंदिर में हाथरस की बेटी के लिए प्रार्थना सभा, प्रियंका गांधी हुईं शामिल
हाथरस कांड’ में जनाक्रोश से डरी भाजपा अपने कृत्य छिपाने के लिए DM, SP को हटा सकती है. सपा की माँग है कि इन पर FIR हो जिससे ये सच उगलें कि इन्होंने किसके दबाव में ऐसा किया.
भाजपा की नीतियों ने उप्र में DM-SP की कुछ नयी गैंग को जन्म दिया है, पहले महोबा व अब हाथरस जिसके गवाह हैं. pic.twitter.com/2OaAVhp8hQ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 2, 2020
बता दें कि 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गांव चंदपा की दलित युवती अपनी मां के साथ खेत पर गई थी और आरोप के मुताबिक सासनी निवासी एक युवक ने उस पर जानलेवा हमला किया था. युवती ने सीओ सादाबाद को दिए बयान में तीन और युवक के नाम बताए थे, जिसके बाद पुलिस ने केस में गैंगरेप की धारा बढ़ा दी थी.
इस मामले में पुलिस चारों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. युवती के साथ हुई हैवानियत के बाद वह कई दिनों तक बेहोश रही। तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के एक अस्पताल में लाया गया। यहां पर इलाज के दौरान ही युवती की मंगलवार को मौत हो गई.