नयी दिल्ली, 31 अक्टूबर दिल्ली की वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है लेकिन शनिवार सुबह यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही, वहीं एक सरकारी पूर्वानुमान एजेंसी ने कहा है कि हवा की अनुकूल गति के कारण अगले कुछ दिन में प्रदूषण की स्थिति में सुधार हो सकता है।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 9.30 बजे 369 मापा गया। शुक्रवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 374 रहा। बृहस्पतिवार को यह 395, बुधवार को 297, मंगलवार को 312 और सोमवार को 353 दर्ज किया गया।
जहांगीरपुरी में शनिवार को हवा की गुणवत्ता 412, मुंडका में 407 और आनंद विहार में 457 दर्ज की गयी, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में हैं।
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
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पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली में पीएम 2.5 प्रदूषक कणों में पराली जलाने की भागीदारी 19 प्रतिशत रही।
‘सफर’ के अनुसार बृहस्पतिवार को पराली जलाने की हिस्सेदारी 36 प्रतशित रही। बुधवार को यह 18 प्रतिशत, मंगलवार को 23 प्रतिशत, सोमवार को 16 प्रतिशत, रविवार को 19 प्रतिशत और शनिवार को नौ प्रतिशत रही।
पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में इजाफा हुआ है और इससे दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की हवा की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।
‘सफर’ ने कहा कि हवा की रफ्तार भी बढ़ गयी है। इसके मद्देनजर सोमवार को वायु गुणवत्ता में थोड़े सुधार का अनुमान है और यह ‘खराब’ श्रेणी में आ सकती है।
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