नयी दिल्ली, तीन नवंबर दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार को लगातार दूसरे दिन ‘‘बेहद खराब’’ रही और अगले दो दिनों में इसके और भी खराब होने की आशंका है, भले ही दिवाली पर कोई आतिशबाजी नहीं की जाये। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राजधानी में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 314 दर्ज किया गया। मंगलवार को यह 303 और सोमवार को 281 था।
दिल्ली के पड़ोसी शहरों में भी एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहा। यह फरीदाबाद में 337, गाजियाबाद में 330, नोएडा में 327 दर्ज किया गया।
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ''अच्छा'', 51 और 100 के बीच ''संतोषजनक'', 101 और 200 के बीच ''मध्यम'', 201 और 300 के बीच ''खराब'', 301 और 400 के बीच ''बहुत खराब'', तथा 401 और 500 के बीच ''गंभीर'' माना जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ ने कहा कि बुधवार को दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में आठ प्रतिशत प्रदूषण के लिए पराली जलाये जाने की 3,271 घटनाएं जिम्मेदार रही।
उसने कहा कि यह बृहस्पतिवार को 20 प्रतिशत और शुक्रवार और शनिवार को 35 से 40 प्रतिशत तक बढ़ने की आशंका है, क्योंकि हवा की दिशा उत्तर पश्चिम में बदल रही है। उत्तर-पश्चिमी हवाएं पंजाब और हरियाणा में खेतों में पराली जलाये जाने से उत्पन्न धुआं राष्ट्रीय राजधानी की ओर ले आती है।
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