नयी दिल्ली, 31 मार्च दिल्ली के द्वारका इलाके में हुई एक मुठभेड़ के बाद एक आपराधिक गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया जिन पर हत्या के कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी धर्मेंद्र राणा (26) और लकी (21) नंदू गिरोह के शार्प शूटर हैं।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने नजफगढ़ पुलिस थाने के सामने सात मार्च को एक प्रॉपर्टी डीलर पर गोली चलायी थी और कुछ दिन बाद दोनों ने कापसहेड़ा में एक केबल कार्यालय में गोलीबारी की थी।
पुलिस के अनुसार दोनों आरोपियों ने 22 मार्च को जे पी कलां क्षेत्र में एक पूर्व सैनिक को गोली मार दी थी।
पुलिस ने दावा किया कि उक्त आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हत्या और हत्या के आरोप के पांच मामले सुलझ गए हैं।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) संतोष कुमार मीणा ने कहा कि जब महीने की शुरुआत में गोलीबारी की यह घटनाएं हुई तब पुलिस के एक विशेष दल ने दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में कई स्थानों पर छापेमारी की थी।
जांच के दौरान सामने आया कि गोलीबारी की घटनाओं के पीछे नंदू गिरोह के सदस्यों का हाथ था जो अभी तिहाड़ जेल में हैं। मीणा ने कहा की यह नंदू गिरोह और मंजीत महल गिरोह के बीच लड़ाई का परिणाम था।
अधिकारी ने कहा, “मंगलवार को हमारी टीम को सूचना मिली कि आरोपी धर्मेंद्र राणा अपने साथी लकी के साथ एक और हत्या के इरादे से इस्सापुर मोड़ पर आयेगा। घटनास्थल पर जाल बिछाया गया और रात साढ़े 11 बजे के आसपास दोनों बुलेट मोटरसाइकिल पर आए। उन्हें रोका गया लेकिन आरोपियों ने गोली चलाना शुरू कर दिया। गोलीबारी के दौरान अपराधियों की ओर से तीन राउंड फायर किया गया और जवाबी फायर में पुलिस की ओर से चार गोलियां चलाई गई।”
पुलिस ने बताया कि उन्होंने एक विदेशी पिस्तौल, एक देसी पिस्तौल, तीन कारतूस और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की।
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