देश की खबरें | दिल्ली मेट्रो की ट्रेन सेवाएं 50 प्रतिशत सीट पर यात्रियों को बैठने की अनुमति के साथ परिचालित होंगी

नयी दिल्ली, 28 दिसंबर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के चलते दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा लगाई गई ताजा पाबंदियों के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो की ट्रेन सेवाएं 50 प्रतिशत सीट पर ही यात्रियों को बैठने की अनुमति के साथ परिचालित होंगी, जबकि खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि नये नियमों के मद्देनजर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और अन्य नगर बसें भी 50 प्रतिशत सीट पर ही यात्रियों को बैठने की अनुमति के साथ चलेंगी।

कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के सामने आने के बाद संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ‘येलो’ अलर्ट की घोषणा की, जिसके तहत स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल और जिम बंद रहेंगे, जबकि गैर-आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ‘सम-विषम’ फॉर्मूले के आधार पर खुलेंगी तथा शहर में मेट्रो और बसें 50 प्रतिशत सीट पर यात्रियों को बैठने की अनुमति के साथ परिचालित होंगी।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन अधिकारियों ने कहा कि सरकार के ताजा दिशानिर्देशों के मद्देनजर मेट्रो के अंदर कुछ खास पाबंदियों के साथ यात्रा की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि मेट्रो ट्रेन के अंदर 50 प्रतिशत सीट पर ही यात्री बैठ सकेंगे तथा यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।

अधिकारी ने कहा, ‘‘इसके मद्देनजर, मेट्रो स्टेशन में प्रवेश का नियमन द्वारों की संख्या सीमित कर किया जाएगा। 712 द्वार में अभी 444 खुले रखे जाएंगे। ’’

इस साल की शुरूआत में महामारी की दूसरी लहर के बीच शहर में मेट्रो सेवाएं कई हफ्तों तक बंद रही थीं।

दिल्ली मेट्रो की सेवाएं 10 मई से पूरी तरह से निलंबित रही थीं और ये सात जून से बहाल हुई थीं।

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