नयी दिल्ली, 14 सितंबर दिल्ली विधानसभा का एक दिवसीय सत्र सोमवार को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए 20 सैनिकों को श्रद्धांजलि देने और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करने के साथ शुरू हुआ।
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर विधानसभा सत्र के लिये सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए थे और विधानसभा परिसर में कर्मचारियों और विधायकों की जांच के लिये एक कोरोना वायरस जांच केंद्र भी स्थापित किया गया है।
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सदन ने लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए 20 सैन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने मुखर्जी के लिये सदन का शोक संदेश पढ़ा और कहा कि उनके निधन के साथ ही भारतीय राजनीति के एक युग का अंत हो गया।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 2018-19 के लिये दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पर एक रिपोर्ट समेत कई दस्तावेज सदन के पटल पर रखने थे लेकिन शनिवार को बुखार हो जाने के बाद वह विधानसभा सत्र में शामिल नहीं हो सके।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सिसोदिया की गैरमौजूदगी में स्वास्थ्य एवं लोकनिर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन उन दस्तावेजों को पेश करेंगे जिन्हें उप मुख्यमंत्री द्वारा सदन के पटल पर रखा जाना था।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जैन दिल्ली जीएसटी (संशोधन) विधेयक, 2020 भी सदन में पेश करेंगे।
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