नयी दिल्ली, 23 दिसंबर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को सभी संबंधित विभागों से कहा कि वे केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के चारण-तीन से संबंधित प्रतिबंधों पर प्रभावी अमल के लिए अपनी-अपनी टीम को फिर से सक्रिय करें।
मंत्री ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कम तापमान और हवा नहीं चलने के कारण शुक्रवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई।
उन्होंने कहा, ''वायु गुणवत्ता के बिगड़ने के मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) के चरण-3 के अंतर्गत प्रतिबंधों को फिर से लागू कर दिया है। इसका मतलब यह है कि दिल्ली-एनसीआर में गैर जरूरी निर्माण कार्यों और बीएस3 व बीएस4 डीजल से संचालित चारपहिया वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।''
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, शनिवार सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 447 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण प्रयासों में शामिल सभी 28 विभागों को सतर्क कर दिया है। उन्होंने कहा, ''उन्हें जल्द से जल्द स्थिति को संभालने के लिए अपन-अपनी टीम को फिर से सक्रिय करने के लिए कहा गया है।''
राय ने कहा कि दिल्ली में अगले आदेश तक गैर जरूरी निर्माण कार्य, पत्थरों को तोड़ने और खनन पर प्रतिबंध बरकरार रहेगा।
जीआरएपी, केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना है जिसे सर्दियों के मौसम के दौरान क्षेत्र में लागू किया जाता है। यह चार चरणों में वर्गीकृत होती है, चरण-एक 'खराब' (एक्यूआई 201-300); चरण-दो 'बहुत खराब' (एक्यूआई 301-400), चरण-3 'गंभीर' (एक्यूआई 401-450) और चरण-4 'अति गंभीर' (450 से ज्यादा एक्यूआई)।
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