नयी दिल्ली, 10 नवंबर दिल्ली की निरस्त आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन के मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय ने दो कंपनियों के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी।
शराब कंपनी परनोड रिकार्ड के महाप्रबंधक बिनोय बाबू और अरबिंदो फार्मा के निदेशक व प्रोमोटर पी. शरत चन्द्र रेड्डी को धन शोधन निषेध कानून (पीएमएलए) के तहत बुधवार देर रात गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों ने दावा किया है कि दोनों पूछताछ के दौरान ‘टालमटोल’ कर रहे थे।
हैदराबाद की कंपनी अरबिंदो फार्मा लिमिटेड ने शेयर बाजार को भेजी गई सूचना में कहा है कि ‘‘वह इस संबंध में विस्तृत जानकारी जुटाने की प्रक्रिया में है और बाद में और खुलासा करेगी।’’
गिरफ्तार किए गए दोनों अधिकारियों को बृहस्पतिवार को दिल्ली की पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा जहां प्रवर्तन निदेशालय उनकी हिरासत की मांग करेगा।
सूत्रों ने बताया कि ये दोनों सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर दिल्ली की आबकारी नीति को बनाने में कथित रूप से संलिप्त थे और पूरे नेटवर्क को ‘संगठित’ रूप देने में भी उनकी भूमिका थी।
सूत्रों ने आरोप लगाया कि ईडी ने पहले छापामारी के दौरान एक कर्मचारी के परिसर से आबकारी नीति का मसौदा बरामद किया था और पाया कि नीति निर्देशों का उल्लंघन करके एक फर्म द्वारा खुदरा शराब व्यापार में 200 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में अभी तक कई जगह छापे मारे हैं। एजेंसी ने सितंबर में शराब बनाने वाली कंपनी इंडोस्पिरिट के प्रबंध निदेशक समीर महेन्द्रू को गिरफ्तार किया था।
एजेंसी ने इस महीने की शुरूआत में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के निजी सहायक के परिसर पर छापा मारा था और बाद में दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में उनसे पूछताछ की थी।
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