नयी दिल्ली, 10 दिसंबर दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के 10 विधायकों के खिलाफ काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए ‘आरोप पत्र’ जारी किया और दावा किया कि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहे हैं।
निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आप द्वारा सोमवार को घोषित की गई अपने 20 उम्मीदवारों की दूसरी सूची में उसने 18 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं।
विजेंद्र गुप्ता, विधानसभा चुनाव में पार्टी के चुनाव अभियान को मजबूत करने के लिए गठित भाजपा की आरोप पत्र समिति के प्रमुख भी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि दो अन्य विधायक - पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़ला - अपनी सीट छोड़कर चले गए तथा उन्होंने सुरक्षित विकल्प चुन लिया।
गुप्ता ने पत्रकारवार्ता में कहा, ‘‘हम आप सरकार और उसके विधायकों की विफलताओं तथा गलत कामों पर आरोपपत्र जारी करेंगे। ये आरोपपत्र निर्वाचन क्षेत्रों में लोगों के बीच वितरित किए जाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि मादीपुर, बुराड़ी, मॉडल टाउन, मुंडका, कालकाजी, गोकुलपुर, मालवीय नगर, आर के पुरम, मोती नगर और नरेला निर्वाचन क्षेत्रों के विधायकों के खिलाफ ‘आरोप पत्र’ जारी किए गए हैं।
‘आरोप पत्र’ का शीर्षक, ‘‘दिल्ली सरकार हुई कंगाल, आप विधायक मालामाल, शीश महल में केजरीवाल’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘तथ्य यह है कि आप को अपने मौजूदा विधायकों को बदलना पड़ा है, क्योंकि वे अपनी निष्क्रियता और काम नहीं करने के कारण अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों का सामना नहीं कर सकते।’’
गुप्ता ने कहा कि खुद को ‘शिक्षा में क्रांति का जनक’ बताने वाले सिसोदिया और आप का ‘झूठ’ इस बात से उजागर हो गया कि किस तरह उन्होंने पटपड़गंज सीट छोड़ दी तथा जंगपुरा सीट पर चले गए।
उन्होंने दावा किया कि आप ने अब तक 70 सीट में से 31 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, लेकिन उसने अपनी वर्तमान सीट से एक भी विधायक को दोबारा टिकट नहीं दिया है, जिससे पता चलता है कि उसने लोगों का विश्वास खो दिया है और वह मतदाताओं द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देने में असमर्थ है।
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