मुंबई: मुंबई में बृहस्पतिवार को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित दही हांडी उत्सव के दौरान अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 77 ‘गोविंदा’ घायल हो गए जबकि पड़ोसी ठाणे शहर में 11 गोविंदा घायल हुए हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी, उत्सव के दौरान, गोविंदा या दही हांडी प्रतिभागी हवा में लटकी ‘दही से भरी मटकी’ को तोड़ने के लिए मानव पिरामिड बनाते हैं.
सुबह से शुरू हुआ उत्सव देर रात तक मनाया गया. शहर भर में विभिन्न स्थानों पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें दही हांडी तोड़ने में सफल होने वाले गोविंदा समूहों को नकद पुरस्कार दिया जाता है. मानव पिरामिड बनाने के दौरान प्रतिभागियों के गिरने और घायल होने की आशंका बनी रहती है. Sanatana Dharma Remark: बीजेपी ने DMK को सनातन धर्म के मुद्दे पर लोकसभा चुनाव लड़ने की दी चुनौती, एमके स्टालिन और उदयनिधि पर झूठ बोलने का लगाया आरोप
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मुंबई में दही हांडी उत्सव के दौरान शाम छह बजे तक कम से कम 77 गोविंदा को चोटें आई हैं. इनमें से 25 गोविंदा को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. 18 घायलों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.’’
उन्होंने बताया कि 52 घायलों का इलाज राज्य सरकार और नगर निकाय अस्पतालों के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में किया जा रहा है. बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने गोविंदाओं के घायल होने की स्थिति में निकाय अस्पतालों में 125 बिस्तरों की व्यवस्था की है.
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