Cyclone Tauktae: चक्रवाती तूफान 'ताऊते' गुजरात तट की ओर हुआ प्रभावी, पश्चिम रेलवे ने 56 ट्रेनें की रद्द
गुजरात में तूफान पोरबंदर और नलिया के बीच से गुजरात के तटों को पार कर सकता है. चक्रवात के कारण जूनागढ़, गिर सोमनाथ, पोरबंदर, द्वारका, अमरेली, राजकोट, जामनगर और दीव सहित गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश हो सकती है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा है कि चक्रवात ताऊते से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है.
नई दिल्ली: अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ताऊते (Cyclone Tauktae) और प्रभावी हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार, इसके मंगलवार तक गुजरात के तट के पास पहुंचने की संभावना है, जहां भारी वर्षा होगी. गुजरात (Gujarat) के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश दमन एवं दीव (Daman and Diu) और दादरा एवं नगर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) में भी कहर बरपा सकता है. इसी के चलते गुजरात और दीव में अति भीषण चक्रवाती तूफान के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. तूफान के चलते महाराष्ट्र (Maharashtra) के तटीय इलाकों में भारी बारिश की आशंका है, जबकि केरल (Kerala) और तमिलनाडु (Tamil Nadu) में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. कर्नाटक (Karnataka) के तटीय इलाकों से लेकर गोवा तक बारिश और तेज हवाओं से बड़े नुकसान की खबर है. कर्नाटक में वर्षाजनित हादसों में चार लोगों की मौत हो गई है. Cyclone Tauktae: मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई इलाकों पर खतरा, 12,000 से अधिक निवासियों को किया गया दूसरी जगह शिफ्ट
गुजरात के इन जिलों में भारी बारिश की संभावना
गुजरात में तूफान पोरबंदर और नलिया के बीच से गुजरात के तटों को पार कर सकता है. चक्रवात के कारण जूनागढ़, गिर सोमनाथ, पोरबंदर, द्वारका, अमरेली, राजकोट, जामनगर और दीव सहित गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश हो सकती है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा है कि चक्रवात ताऊते से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है. एक समीक्षा बैठक के बाद रविवार को ही उन्होंने कहा कि सरकार चक्रवात पर नजर बनाए हुए है और हर जरूरी कदम उठा रही है.
गुजरात में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 24 टीम तैनात
चक्रवाती तूफान ताऊते के संभावित खतरे को देखते हुए गुजरात में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 24 टीम तैनात की गई हैं. जिला प्रशासन को चक्रवाती तूफान से कोई भी जनहानि न हो इस तरह से जरूरी सभी कदम उठाने के लिए सूचना दी गई है. प्रशासन को सभी कोविड अस्पतालों में बिजली की आपूर्ति बनाये रखने और जरूरत पड़ने पर डीजल जनरेटर सेट भी तैयार रखने के लिए कहा गया है. सौराष्ट्र और कच्छ के जामनगर, जूनागढ़, राजकोट में अडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ एम्बुलेंस और आईसीयू एम्बुलेंस तैयार रखी गई हैं. तटीय जिलों के प्रशासनों को मछुआरों और नमक कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.
सौराष्ट्र से चलने या जाने वाली 56 ट्रेनें रद्द
पश्चिमी रेलवे ने कहा है कि गुजरात के सौराष्ट्र जाने वाली या वहां से चलने वाली 56 रेलगाड़ियों को एहतियात के तौर रद्द कर दिया गया है. महाराष्ट्र के तटीय शहर रत्नागिरी में रविवार को भारी बारिश हुई. मुंबई में भी आज दोपहर से वर्षा शुरू हो सकती है. मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसके अनुसार पश्चिमी महाराष्ट्र के समूचे पहाड़ी क्षेत्रों में विशेषकर कोल्हापुर और सातारा में आज और कल भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
बीएमसी ने अस्पतालों में बिजली के लिए की वैकल्पिक व्यवस्था
मुंबई में बृह्न मुंबई नगर निगम कई एहतियाती कदम उठा रहा है. बीएमसी ने शनिवार रात 580 मरीजों को मुंबई के राज्य और नागरिक अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया. बीएमसी ने शुक्रवार को अस्पतालों को बेड और ऑक्सीजन उपकरणों की उपलब्धता को लेकर अंतिम समय में परेशान होने की स्थिति से बचने के लिए सतर्क किया. बीएमसी ने अस्पतालों से बिजली गुल होने की स्थिति में जनरेटर और अन्य वैकल्पिक प्रणालियों को चालू रखने के लिए कहा. मरीजों को शिफ्ट करने के लिए करीब 40 एंबुलेंस को तैनात किया गयाl मुंबई, ठाणे, रायगढ़ के कुछ स्थानों पर बारिश और बिजली गिरने की सूचना है. इस बीच, आईएमडी ने तटीय क्षेत्रों के पास मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की है.
कर्नाटक में रेड अलर्ट की घोषणा
उधर, कर्नाटक में दक्षिण कन्नड, उडुपी और उत्तर कन्नड जिलों में चक्रवात ताऊते को लेकर अत्यधिक सतर्कता बरती जा रही है. मछुआरों को 18 मई तक समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है. निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है. रेड अलर्ट की घोषणा हो चुकी है. कर्नाटक के गृहमंत्री बासवराज बोम्मई और राजस्व मंत्री आर अशोक ने कल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ बैठक में राहत कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की.
पुलिस और राजस्व विभाग के कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है. दक्षिण कन्नड़ और कोडगु में दो एनडीआरएफ टीम नियोजित हैं. उनके पास राहत सामग्री नाव, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय डीप डाइवर्स सेट, जनरेटर और सैटेलाइट फोन मौजूद हैं. तीन तटीय जिलों में आठ रिलीफ कैंप खोले गए हैं. साइक्लोन से प्रभावित व्यक्तियों के लिए आश्रय केंद्र भी खोले गए हैं. दवा, मास्क, सैनिटाइजर और सोप का प्रबंध भी किया गया है.