नयी दिल्ली, 24 नवंबर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में ‘‘अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान‘‘ ‘निवार’ के मद्देनजर आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के करीब 1,200 बचावकर्मियों को तैनात किया गया है और 800 अन्य को तैयार रखा गया है।
इस चक्रवात के बुधवार शाम आने की संभावना है।
एनडीआरएफ प्रमुख एस एन प्रधान ने कहा कि वे ‘‘अत्यधिक तीव्रता वाले एवं सबसे भीषण’’ चक्रवाती तूफान के लिए तैयार हैं। यह तूफान पश्चिम बंगाल से दक्षिणी तटरेखा की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हम इस पर करीब से नजर रख रहे हैं और प्रभावित राज्यों से समन्वय स्थापित कर रहे हैं।’
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प्रधान ने कहा, ‘‘स्थिति तेजी से बदल रही है और यह 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।’’
उन्होंने बताया कि चक्रवात के कारण पैदा होने वाले हर हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ के 50 दलों को निर्धारित किया गया है।
एक एडीआरएफ दल में आमतौर पर करीब 40 बचावकर्मी होते हैं।
प्रधान ने बताया कि तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में कुल 22 दलों को पहले ही तैनात किया जा चुका है और आठ दलों को तैयार रखा गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘इन 30 दलों में से 12 को तमिलनाडु, सात को आंध्र प्रदेश और तीन को पुडुचेरी में तैनात किया गया है।’’
प्रधान ने बताया कि 20 अतिरिक्त दल तैयार रहेंगे, जिन्हें कटक (ओडिशा), विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) और त्रिशूर (केरल) जैसे स्थानों से विमान के जरिए पहुंचाया जाएगा।
एनडीआरएफ प्रमुख ने बताया कि टीमों के पास सभी प्रकार के संचार यंत्र और खंभे एवं पेड़ काटने के उपकरण हैं और कर्मियों को कोविड-19 हालात के मद्देनजर व्यक्तिगत सुरक्षा किटें मुहैया कराई गई हैं।
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