देश की खबरें | सीमा शुल्क विभाग ने बंदूकों की तस्करी मामले में जांच शुरू की: अधिकारी

नयी दिल्ली, 17 जुलाई दिल्ली के हवाई अड्डे पर हाल में गिरफ्तार किए गए एक दंपति के पास से बड़ी संख्या में बंदूक बरामद होने के मामले में सीमा शुल्क विभाग ने यह पता लगाने के लिए जांच शुरू की है कि पिछले साल दिसंबर में दंपति ने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के जरिए देश में 25 बंदूकों की तस्करी कैसे की। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि पूछताछ के बाद दंपति ने सीमा शुल्क अधिकारियों के सामने स्वीकार किया कि वे तुर्की से 12.5 लाख रुपये की 25 बंदूकों की तस्करी में शामिल थे। अधिकारी ने कहा, ‘‘उनके दावे के संबंध में और अधिक जानकारी का पता लगाने के लिए एक आंतरिक जांच की जा रही है।’’

सीमा शुल्क अधिकारियों ने बुधवार को कहा था कि उन्होंने गुरुग्राम के दंपति को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर देश में 22.5 लाख रुपये की 45 बंदूक की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है।

इस संबंध में बुधवार को जारी एक बयान में सीमा शुल्क विभाग ने कहा था कि ‘‘दोनों यात्रियों ने इससे पहले तुर्की से लगभग 12,50,000 रुपये मूल्य की 25 बंदूकों की तस्करी में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकार की।’’

उनके अपराध स्वीकार करने के बाद सीमा शुल्क अधिकारियों ने उनसे मिली जानकारी की पुष्टि करना शुरू कर दिया है। अधिकारी ने कहा, ‘‘दंपति ने पिछले साल दिसंबर में 25 बंदूकों की तस्करी में शामिल होने का दावा किया था। हम अधिक जानकारी के लिए सीसीटीवी फुटेज और उड़ान विवरण की पुष्टि करेंगे।’’

इस बीच, सीमा शुल्क विभाग ने दंपति से 45 बंदूक जब्त करने की सूचना राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को दी है, जो आतंक से संबंधित घटनाओं की जांच करती है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार दंपति के पास से जर्मनी और इटली में बनी बंदूक बरामद हुई हैं।

सीमा शुल्क अधिकारियों ने कहा कि एक अन्य आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जो दंपति को बंदूकों से भरे दो बैग सौंपकर दिल्ली हवाई अड्डे से फरार हो गया था। वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी से सोमवार को यहां पहुंचे आरोपी दंपति के साथ उनकी नवजात बेटी भी थी। दंपति की गिरफ्तारी के बाद उनके बच्चे को उनकी दादी को सौंप दिया गया।

अधिकारियों ने कहा कि वियतनाम से दंपति की उड़ान के यहां पहुंचने पर पुरुष यात्री (पति) के पास दो ट्रॉली बैग थे, जो लगभग उसी समय पेरिस से आए उसके बड़े भाई ने सौंपा था। उन्होंने बताया कि बड़ा भाई ट्रॉली बैग सौंपने के बाद हवाई अड्डे से फरार हो गया।

उन्होंने कहा कि जांच से पता चला है कि तीसरे आरोपी के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत कुछ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि तीसरे आरोपी का अभी पता नहीं चल पाया है।

उन्होंने कहा कि सीमा शुल्क विभाग ने यह पुष्टि करने के लिए एक रिपोर्ट मांगी है कि जब्त बंदूक असली हैं या नहीं। अधिकारियों ने कहा, हालांकि एक प्रारंभिक रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि कुछ बदलाव के बाद बंदूकों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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