क्रिकेट प्रेमी देश को महिला टीम से भी समान रूप से प्यार करना चाहिए: तापसी पन्नू
अभिनेत्री तापसी पन्नू का कहना है कि उन्होंने बायोपिक “शाबाश मिठू” में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज की भूमिका निभाई है जो उनकी अब तक की सबसे कठिन भूमिकाओं में से एक है.
मुंबई, 4 जुलाई : अभिनेत्री तापसी पन्नू का कहना है कि उन्होंने बायोपिक “शाबाश मिठू” में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज की भूमिका निभाई है जो उनकी अब तक की सबसे कठिन भूमिकाओं में से एक है. अब तक की सबसे महान महिला क्रिकेटरों में से एक के रूप में भारतीय बल्लेबाज मिताली राज ने देश में उस खेल को फिर से परिभाषित किया, जिसे आमतौर पर “जेंटलमैन गेम” कहा जाता है.
“पिंक”, “नाम शबाना”, “मुल्क” और “थप्पड़” जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुकीं पन्नू ने कहा “हमारे देश में दो धर्म हैं- क्रिकेट और फिल्म. अगर आप खुद को क्रिकेट प्रेमी कहते हैं तो आपको महिला क्रिकेट से भी उतना ही प्यार करना चाहिए. आप सिर्फ पुरुषों के क्रिकेट के प्रेमी नहीं हैं. क्रिकेट मायने रखता है न कि लिंग.” यह भी पढ़ें : ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले की पोषणीयता पर अगली सुनवाई 12 जुलाई को
अभिनेत्री ने “पीटीआई-” से कहा, “उसी तरह कलाकार का लिंग मायने नहीं रखता. यह इस बारे में होना चाहिए कि फिल्म कैसी है. यदि फिल्म किसी पुरुष नायक के बारे में है तो आप फिल्म की पहले से ही बुकिंग कर लेते हैं, लेकिन एक महिला नायिका की फिल्म के लिए समीक्षाओं की प्रतीक्षा की जाती है. ”