वॉर्नर को 2018 में दक्षिण अफ्रीका में सैंडपेपर विवाद के बाद प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था । उनके खेलने पर भी एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था । केपटाउन टेस्ट में गेंद को पीले रेगमाल से घीसते पाये गए गेंदबाज कैमरन बेनक्राफ्ट और स्टीव स्मिथ पर भी पाबंदी लगाई गई थी ।
तीन सदस्यों की स्वतंत्र समीक्षा समिति ने वॉर्नर पर लगाया गया प्रतिबंध शुक्रवार को हटा दिया ।
वॉर्नर इस महीने की शुरूआत में समिति के सामने पेश हुए थे ।
समिति ने एक बयान में कहा ,‘‘ वॉर्नर के जवाब काफी शालीन और सम्मानजनक थे । समिति उनकी बातों से प्रभावित हुई है और हम सभी का मानना है कि उसने पूरी ईमानदारी से अपने आचरण की जिम्मेदारी ली है और उसे इसका पछतावा भी है ।’’
इसमें कहा गया ,‘‘ प्रतिबंध लगाये जाने के बाद से वॉर्नर का बर्ताव बहुत अच्छा रहा है । उसमें काफी बदलाव आया है और अब वह विरोधी टीम को उकसाने या छींटाकशी की कोशिश नहीं करता ।’’
वॉर्नर ने जनवरी में पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी टेस्ट खेला था । वह कह चुके हैं कि अब वनडे भी नहीं खेलेंगे ।
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