इंदौर, 3 मई : मध्यप्रदेश के इंदौर में ईद से जुड़ी सांप्रदायिक सद्भाव की एक अनूठी परंपरा कोविड-19 का प्रकोप थमने के कारण दो साल के बाद मंगलवार को बहाल हो गई.
स्थानीय लोगों के मुताबिक 50 साल से ज्यादा पुरानी इस परंपरा के तहत एक हिंदू परिवार हर बार ईद के मौके पर शहर काजी को उनके घर से पूरे सम्मान के साथ बग्घी पर बैठाकर मुख्य ईदगाह ले जाता है और सामूहिक नमाज के बाद वापस छोड़ता है. यह भी पढ़ें : Maharashtra: बढ़ते COVID मामलों के बीच, इस जिले ने सर्जरी से पहले मरीजों के लिए RT-PCR टेस्ट किया अनिवार्य
स्थानीय नागरिक सत्यनारायण सलवाड़िया (56) ने "पीटीआई-" को बताया कि महामारी के प्रकोप के कारण उनका परिवार पिछले दो साल से गंगा-जमुनी तहजीब की यह परंपरा नहीं निभा पा रहा था. लेकिन इस साल परंपरा के बहाल होने से वह बेहद खुश हैं.