जलपाईगुड़ी, 17 अक्टूबर पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी जिले की अदालत ने एक दंपति को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की युवा शाखा के एक नेता को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
राज्य में सत्तारूढ़ दल टीएमसी की युवा शाखा के जलपाईगुड़ी जिला अध्यक्ष सैकत चटर्जी ने छह माह पुराने इस मामले में यहां अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सोमवार को यह आदेश जारी किया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय की जलपाईगुड़ी सर्किट पीठ द्वारा जमानत याचिका खारिज किये जाने के बाद चटर्जी ने सत्र अदालत में आत्मसमर्पण किया था।
दंपति--अपर्णा भट्टाचार्य और उनके पति सुबोध भट्टाचार्य--ने अप्रैल में आत्महत्या कर ली थी, लेकिन दोनों के ‘सुसाइड नोट’ में कहा गया था कि चटर्जी और जलपाईगुड़ी नगरपालिका के दो पार्षद सहित उनके तीन सहयोगी उनकी (दंपति की) मौत के लिए जिम्मेदार हैं।
सुसाइड नोट में यह भी आरोप लगाया गया था कि टीएमसी की युवा शाखा के नेता और उनके सहयोगियों ने अपर्णा पर लोगों को नौकरी दिलाने का वादा कर बड़ी मात्रा में धन संचित करने का गलत आरोप लगाया और उसे एक सादे ‘स्टाम्प पेपर’ पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया।
पुलिस मामले में चटर्जी के तीनों सहयोगियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन वह (चटर्जी) गिरफ्तारी से बच रहे थे।
सोमवार को अदालत से पुलिस वाहन में सवार होते हुए चटर्जी ने दावा किया कि वह बेकसूर हैं और भाजपा ने उनके खिलाफ साजिश रची है।
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