नयी दिल्ली, नौ मई केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने शनिवार को कहा कि कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच शिक्षकों द्वारा अपने घरों पर की जाएगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाएं सौंपने के लिए 3,000 स्कूलों को परीक्षा केंद्रों के रूप में चिन्हित किया गया है।
गृह मंत्रालय से सहमति मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है।
शिक्षकों के बीच उत्तर पुस्तिकाओं का वितरण उन्हीं क्षेत्रों मे किया जाएगा जो निषिद्ध क्षेत्रों में नहीं हैं।
मंत्री ने कहा कि कक्षा 10 और 12 की हो चुकी परीक्षाओं की 1.5 करोड़ उत्तर पुस्तिकाएं शिक्षकों को दी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि देश भर में सीबीएसई से संबद्ध तीन हजार स्कूलों की पहचान मूल्यांकन केंद्र के रूप में की गयी है और उन्हें मूल्यांकन कार्य के लिए विशेष अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि 3,000 स्कूलों से ये उत्तर पुस्तिकाएं शिक्षकों के घरों तक पहुंचायी जाएगी और कल से उत्तर पुस्तिकाओं की जांच शुरू हो जाएगी। यह प्रक्रिया 50 दिनों में पूरी हो जाएगी।
कोरोना वायरस पर काबू के लिए देश भर में लागू लॉकडाउन के कारण उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में देर हुई है।
बोर्ड की लंबित परीक्षाएं एक से 15 जुलाई के बीच होंगी।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि जुलाई में शेष परीक्षाएं आयोजित होने के बाद ही परिणाम घोषित किए जाएंगे।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) द्वारा जेईई-एडवांस्ड के लिए मेरिट सूची घोषित किए जाने से पहले अगस्त के अंत तक 12वीं कक्षा के परिणाम घोषित होने की उम्मीद है।
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