नयी दिल्ली, 22 अगस्त दिल्ली में 21 अगस्त को कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 591 हो गयी जो एक अगस्त को 539 थी। अधिकारियों के अनुसार ऐसे क्षेत्रों की संख्या में वृद्धि का कारण छोटे इलाकों को निषिद्ध बनाया जाना है।
आंकड़ों के अनुसार, दो अगस्त को राष्ट्रीय राजधानी में ऐसे क्षेत्रों की संख्या घटकर 496 हो गयी थी और चार अगस्त को इसमें मामूली वृद्धि दर्ज की गयी।
बाद के दिनों में इनकी संख्या घटकर 481 और 466 हो गयी जबकि 12 अगस्त को यह संख्या 500 हो गयी।
दिल्ली में जुलाई में ऐसे क्षेत्रों की संख्या 700 से अधिक थी। लेकिन सरकार ने संक्रमण का आखिरी मामला आने के 14 दिनों बाद ‘रेड’ जोन को सूची से निकालने की अनुमति दे दी। उससे पहले 28 दिनों पर ऐसा किया जा रहा था। इससे अगस्त में ऐसे क्षेत्रों की संख्या में धीरे-धीरे गिरावट आयी।
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राजस्व विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध सूची के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 591 थी। सबसे अधिक 137 ऐेसे क्षेत्र दक्षिण पश्चिम जिले में हैं जबकि पश्चिम में 63, दक्षिण में 55 और उत्तर में 50 क्षेत्र हैं।
अधिकारियों ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्र योजना अब अधिक विशिष्ट है और छोटे इलाकों को शामिल किए जाने से लोगों को भी असुविधा नहीं हो रही है।
पूर्वी जिले के जिलाधिकारी अरुण कुमार मिश्रा ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्र बनाना कोविड-19 के प्रसार पर रोक में एक महत्वपूर्ण कारक है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम स्थिति पर नियमित रूप से नजर रखते हैं और जरूरी कदम उठाते हैं। पूर्वी दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्र आकार में छोटे हैं। अभी जिले में 24 ऐसे क्षेत्र हैं।’’
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