कोरोना से संक्रमित बुजुर्ग मरीज की मौत
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लखनऊ, 15 अप्रैल कोरोना वायरस से संक्रमित 64 वर्षीय मधुमेह पीड़ित एक मरीज की बुधवार को लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में मृत्यु हो गई।

यह मरीज पूर्व में एक निजी अस्पताल में इलाज कराने गया था और फिर वह एक्स-रे के लिए एक निजी डायग्नोस्टिक सेंटर भी गया था। बुजुर्ग मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद इन दोनों चिकित्सा संस्थाओं को बंद कर दिया गया था और केजीएमयू में संपर्क में आए 20 कर्मियों को एहतियातन पृथकवास में रखा गया है।

केजीएमयू की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक मरीज को स्वास्थ्य संबंधी और भी कई परेशानियां थीं। वह मधुमेह से पीड़ित था, जिसकी वजह से उसके गुर्दे भी खराब हो गए थे। उसके फेफड़ों में भी संक्रमण था। साथ ही वह कोरोना वायरस से भी संक्रमित पाया गया था। उसे पृथक वार्ड में वेंटिलेटर पर रखा गया था। उसे बचाने की भरसक कोशिश की गई लेकिन कोई उसे बचाया नहीं जा सका।

मरीज करीब एक हफ्ते पहले लखनऊ के मेडवेल हॉस्पिटल में इलाज कराने आया था। उससे अपना एक एक्स—रे कराने को कहा गया था, जिसके लिये वह चरक डायग्नोस्टिक सेंटर गया था।

इसी दौरान मरीज की हालत खराब हो गयी और उसे सांस लेने में तकलीफ की शिकायत हुई। उसे शनिवार को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लाया गया। रोगी की हालत गम्भीर होने की वजह से उसे इमर्जेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया।

स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आये सभी कर्मियों की जांच की जा रही है और एहतियातन उन्हें पृथकवास में ही रखा जाएगा।

इस बीच, जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेन्द्र अग्रवाल ने सोमवार को मेडवेल हॉस्पिटल और चरक डायग्नोस्टिक सेंटर को पत्र लिखकर अपना सारा कामकाज बंद करके उस मरीज के सम्पर्क में आये अपने कर्मियों की सूची उपलब्ध कराने को कहा।

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