ताजा खबरें | पंजाब चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के साथ उतरेगी कांग्रेस : राहुल गांधी

जालंधर (पंजाब), 27 जनवरी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि उनकी पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के साथ उतरेगी और पार्टी कार्यकर्ताओं से परामर्श करने के बाद जल्द ही इस बारे में फैसला किया जाएगा।

राहुल ने यहां एक डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री पद के लिए जिस किसी उम्मीदवार का चयन किया जाएगा, उसका वे समर्थन करेंगे।

राहुल ने यह बयान रैली में सिद्धू के इस बात की मांग करने पर दिया कि पार्टी चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करे। साथ ही सिद्धू ने यह भी कहा कि वह ‘शो-पीस’ (दिखावे की वस्तु) बने रहना नहीं चाहते हैं।

पिछले कुछ हफ्तों में, चन्नी और सिद्धू दोनों ने पार्टी से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने की इच्छा का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संकेत दिया है।

अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने और चन्नी के पद संभालने के बाद भी पार्टी में मतभेद कायम है।

इससे पहले दिन में, राहुल पार्टी के उम्मीदवारों के साथ अमृतसर में स्वर्ण मंदिर पहुंचे और मत्था टेका। स्वर्ण मंदिर में प्रार्थना करने के बाद राहुल ने पार्टी उम्मीदवारों के साथ ‘लंगर’ का प्रसाद ग्रहण किया।

राहुल ने रैली में कहा कि चन्नी और सिद्धू, दोनों ने उन्हें बताया है कि पंजाब में सबसे बड़ा सवाल यह है कि राज्य में कांग्रेस का नेतृत्व कौन करेगा।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आम तौर पर हम ऐसा नहीं करते हैं लेकिन अगर कांग्रेस पार्टी, हमारे कार्यकर्ता और पंजाब के लोग ऐसा चाहते हैं तो हम मुख्यमंत्री के चेहरे पर फैसला लेंगे।’’

राहुल ने कहा कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की मांग यथाशीघ्र पूरी की जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने कार्यकर्ताओं से सलाह मशविरा करने के बाद यह फैसला करेंगे। बाकी (नेता) एक टीम के तौर पर काम करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया वाले इसे मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कहते हैं। सिद्धू और चन्नी दोनों ने मुझे आश्वासन दिया है कि दो लोग नेतृत्व नहीं कर सकते और केवल एक ही नेतृत्व कर सकता है। दोनों ने मुझसे कहा कि जो भी नेतृत्व करेगा, दूसरा व्यक्ति अपनी सारी ऊर्जा उन्हें विजयी बनाने में लगा देगा।’’

इससे पहले, अपने भाषण में सिद्धू ने कहा कि लोग स्पष्टता चाहते हैं कि एजेंडा और रोडमैप को कौन लागू करेगा, जिस पर चन्नी ने बाद में कहा कि वह कभी किसी पद के पीछे नहीं भागे हैं और जिनके नाम की घोषणा की जाएगी, वह पूरे दिल से फैसले का समर्थन करेंगे।

राज्य के कर्ज का जिक्र करते हुए सिद्धू ने कहा कि लोग जानना चाहते हैं कौन उन्हें इससे बाहर निकालेगा, इसे कैसे किया जाएगा और यहां क्या एजेडा तथा रोडमैप है।

हालांकि, सिद्धू ने कहा कि पार्टी राहुल के फैसले को स्वीकार करेगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वह ‘दर्शनी घोड़ा’ (शोपीस) नहीं बनना चाहते हैं।

बाद में चन्नी ने कहा, ‘‘मैं हाथ जोड़ कर कहता हूं कि हम पंजाबी हैं, हम राज्य का कल्याण चाहते हैं। हम नहीं चाहते हैं कि (आप नेता) केजरीवाल यहां आएं और कहें कि इनके घर में कलह है तथा इसके बाद वह (अरविंद केजरीवाल) लोगों से मौका देने को कहेंगे, जो पंजाब को नुकसान पहुंचाएगा।’’

चन्नी ने सिद्धू और राज्य के मंत्री भारत भूषण आशु को अपना बड़ा भाई बताया। चन्नी ने मुख्यमंत्री बनाने के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद दिया। चन्नी ने कहा, ‘‘मुझे कोई पद नहीं चाहिए। किसी को भी मुख्यमंत्री बनाएं, चन्नी दिल से इसे स्वीकार करेगा और प्रचार करेगा। यह पंजाब की आवश्यकता है।’’

बाद में रैली को संबोधित करते हुए, राहुल ने कहा कि सवाल केवल चुनावों के बारे में नहीं बल्कि पंजाब के भविष्य के बारे में है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए पंजाब एक प्रतीक है। हमारे लिए यह केवल राज्य नहीं है, यह एक विचारधारा है। पंजाब भाईचारे का नाम है।’’

राहुल ने कहा, ‘‘काम करने का एक सिस्टम है, जिसे आप पंजाबियत कहते हैं, सभी धर्मों का सम्मान, महिलाओं, बड़ों का सम्मान, यही आपकी विचारधारा है और हमारी भी।’’

राहुल ने कहा कि उन्होंने चन्नी और सिद्धू से कहा कि पार्टी को महिलाओं के लिए एक समर्पित घोषणापत्र बनाना चाहिए। राहुल अमृतसर से जालंधर पहुंचे। खराब मौसम के कारण उनके आगमन में विलंब हुआ।

स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद राहुल दुर्गियाना मंदिर, राम तीरथ स्थल और जालियांवाला बाग भी गये।

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