कांग्रेस सांसद ने काबुल गुरुद्वारा हमले को लेकर विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा
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नयी दिल्ली, 12 अप्रैल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रताप बाजवा ने सरकार से आग्रह किया है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए अफगान अधिकारियों के साथ काम करे कि पिछले महीने काबुल में गुरुद्वारे पर हुए हमले की जांच में पाकिस्तान का कोई हस्तक्षेप न हो।

विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में बाजवा ने सरकार से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि 25 मार्च को हुए हमले की निष्पक्ष जांच को लेकर सभी कदम उठाए जाएं।

इस हमले में 25 सिख मारे गए थे और आठ अन्य घायल हुए थे।

पाकिस्तान ने पूर्व में अफगानिस्तान से मांग की थी कि वह आईएसआईएल-खुरासन के सरगना तथा हमले के कथित मास्टरमाइंड असलम फारूकी को उसे सौंप दे। लेकिन अफगानिस्तान ने पाकिस्तान की मांग को ठुकरा दिया था।

इस्लामाबाद का दावा है कि फारूकी पाकिस्तान विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है।

बाजवा का मानना है कि पाकिस्तान की यह मांग आतंकी हमले में अपनी संलिप्तता से संबंधित सूचना को छिपाने का प्रयास है।

उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी को अफगानिस्तान से अपने यहां लाने के पाकिस्तान के प्रयासों का जांच पर नकारात्मक असर पड़ेगा तथा इससे अफगानिस्तान में सिखों की सुरक्षा को और नुकसान होगा।

बाजवा ने यह भी कहा कि यदि फारूकी को पाकिस्तान को सौंप दिया जाता है तो हमले से संबंधित एनआईए के मामले पर भी असर पड़ सकता है।

उन्होंने कहा कि इसलिए विदेश मंत्री को यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाने चाहिए कि जांच में पाकिस्तान का कोई हस्तक्षेप न हो।

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