हुबली (कर्नाटक), 17 अक्टूबर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने रविवार को कहा कि 2023 में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद पार्टी नेतृत्व मुख्यमंत्री का फैसला करेगा और जिसका भी नाम वह तय करेगा सभी उसे स्वीकार करेंगे।
कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी राष्ट्रीय राजनीति में कोई रुचि नहीं है और वह राज्य में ही रहेंगे।
अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद उनके मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘पार्टी नेतृत्व फैसला करेगा। कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है। बसवराज बोम्मई कौन हैं? क्या विधायकों ने उन्हें चुना? वह (भाजपा) नेतृत्व और आरएसएस था जिसने फैसला किया। इसी प्रकार, हमारा भी नेतृत्व है।’’
हुबली में संवाददाताओं से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों की राय के आधार पर पार्टी नेतृत्व नए मुख्यमंत्री का फैसला करेगा। ‘‘जिसे भी (मुख्यमंत्री) बनाया जाएगा, उसे हम स्वीकार करेंगे।’’
सिद्धरमैया ने दोहराया कि उन्हें राष्ट्रीय राजनीति के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है और हाल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ हुई मुलाकात के दौरान भी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें भी उसमें रुचि नहीं है और वह राज्य की राजनीति में ही बने रहना चाहते हैं।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘मेरी उम्र अब 74 साल हो गई है। मैं अधिकतम पांच साल और राजनीति में रह सकता हूं। मैं कर्नाटक में ठीक हूं। मैं कर्नाटक की राजनीति में खुश हूं।’’
सिद्धरमैया वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव जीतने पर दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने की महत्वकांक्षा रखते हैं। हालांकि, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार को भी मुख्यमंत्री पद का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है और उनके विश्वासपात्र भी सिद्धरमैया के करीबियों की तरह अभी से ही उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश कर रहे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच इस मुद्दे को लेकर खींचतान चल रही है और आने वाले दिनों में यह और जटिल मुद्दा हो सकता है।
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