Bajrang Dal: महाराष्ट्र में भी बजरंग दल पर लग सकता है ‘प्रतिबंध’? कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने दिया बड़ा बयान
Ashok Chavan (Photo Credits: PTI )

मुंबई, चार मई: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के वादे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं के विपक्षी दल पर निशाना साधने के बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा है कि यह महाराष्ट्र में भी लागू हो सकता है. यह भी पढ़ें: Keshav Prasad Maurya on Congress: बजरंग दल की तुलना PFI से करना कांग्रेस के लिए घातक होगा- केशव प्रसाद मौर्य

कांग्रेस नेता चव्हाण ने कहा कि यहां तक कि भाजपा ने भी धार्मिक कट्टरवाद और आतंकवाद से लड़ने का वादा किया है. चव्हाण ने बेलगावी में संवाददाताओं से बात करते हुए यह टिप्पणी की। उनसे पूछा गया था कि अगर कर्नाटक सरकार केंद्र को बजरंग दल के खिलाफ रिपोर्ट सौंपती है तो क्या महाराष्ट्र सरकार भी ऐसा ही करेगी.

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने कहा, “सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं, बल्कि भाजपा ने भी अपने घोषणा पत्र में कहा है कि वह धार्मिक कट्टरवाद और आतंकवाद से निपटने के लिए एक अलग पुलिस इकाई बनाएगी। आपको उनसे पूछना चाहिए कि उनका इससे क्या मतलब है.”

कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा कि वह जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है.

यह पूछे जाने पर कि क्या महाराष्ट्र में भी ऐसा ही प्रतिबंध प्रस्तावित किया जाएगा, चव्हाण ने कहा, “यही बात महाराष्ट्र पर भी लागू होती है. राज्य सरकार की भूमिका कारण बताते हुए एक रिपोर्ट प्रस्तुत करना और एक संगठन के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की मांग करना है। लेकिन ऐसी स्थितियों में निर्णय हमेशा केंद्र सरकार द्वारा लिया जाता है.”

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)