Rajasthan Political Crisis: कांग्रेस ने 'Speak Up for Democracy' मुहिम की शुरुआत की, बीजेपी पर संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक परंपरा का उल्लंघन करने का लगाया आरोप

राजस्थान में कांग्रेस के नेताओं ने बीजेपी पर संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक परंपरा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और राष्ट्रीय डिजिटल अभियान लोकतंत्र के लिए आवाज उठाओ की शुरूआत की. उन्होंने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग लेने संबंधी पार्टी व्हिप की अवहेलना की. 19 असंतुष्ट विधायकों सहित कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं, जबकि बीजेपी के पास 72 विधायक हैं.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Photo Credit: Twitter@RahulGandhi)

जयपुर, 26 जुलाई: राजस्थान में कांग्रेस के नेताओं ने बीजेपी पर संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक परंपरा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और राष्ट्रीय डिजिटल अभियान लोकतंत्र के लिए आवाज उठाओ ('स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी') की शुरूआत की. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पार्टी के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, "राजस्थान की कांग्रेस सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए सफलतापूर्वक कार्य कर रही है और अपने प्रबंधन से इस महामारी पर नियंत्रण का प्रयास कर रही है, जिसे वैश्विक स्तर पर भी सराहा गया है. ऐसे समय में राज्य की चुनी हुई सरकार को बीजेपी अस्थिर करने का प्रयास कर रही है."

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, "बीजेपी सरकार और उसके नेता लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी सरकारों को गिराने का षड्यंत्र रच रहे हैं. कोरोना वायरस संकट में सराहनीय कार्य कर रही राजस्थान कांग्रेस सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचना बंद करें." डोटासरा ने कहा, "कांग्रेस सरकार कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए प्रभावी रूप से काम कर रही है. यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी उसके प्रयासों की सराहना की है. बीजेपी और उसके नेता सरकार को गिराने का प्रयास क्यों कर रहे हैं? मैं कहना चाहता हूं कि लोकतंत्र की जीत होगी और बीजेपी का षड्यंत्र विफल होगा."

यह भी पढ़ें: Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में CM अशोक गहलोत से जारी विवाद के बीच सचिन पायलट ने किया ये ट्वीट

जयपुर के एक होटल में कांग्रेस नेताओं के साथ ठहरे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, "पहले मध्यप्रदेश और अब राजस्थान में प्रजातंत्र की दिनदहाड़े हत्या का बीजेपीई षड्यंत्र बेनक़ाब हो चुका है." उन्होंने कहा, "क्या प्रजातंत्र दिल्ली दरबार का दास है? क्या बहुमत दिल्ली के हाथों की कठपुतली है? क्या वोट के शासन के मायने नहीं हैं? अगर नहीं, तो मिल कर आवाज़ उठाएं."

उल्लेखनीय है कि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य विधायकों ने कांग्रेस के खिलाफ बागी तेवर अपना लिए हैं. उन्होंने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग लेने संबंधी पार्टी व्हिप की अवहेलना की. 200 विधानसभा सदस्यों वाली विधानसभा में 19 असंतुष्ट विधायकों सहित कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं, जबकि बीजेपी के पास 72 विधायक हैं.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\