नयी दिल्ली, 30 जनवरी अडाणी समूह की ज्यादातर कंपनियों के शेयरों में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट आई। समूह की कंपनियों के शेयर पिछले मंगलवार के बाद से लगातार टूट रहे हैं।
अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। यह रिपोर्ट आने के बाद से समूह की कंपनियों के शेयर नीचे आ रहे हैं।
अडाणी समूह ने अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ की प्रतिक्रिया जारी की थी। इसके बाद सोमवार को हिंडनबर्ग ने अपने आरोपों पर कायम रहते हुए कहा कि अडाणी समूह धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से ढक नहीं सकता।
पिछले हफ्ते मंगलवार से लेकर सोमवार तक समूह की कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन 5.56 लाख करोड़ रुपये से अधिक घट गया है।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर बृहस्पतिवार को शेयर बाजार बंद थे।
लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में समूह की ज्यादातर कंपनियों के शेयर टूटे हैं। अडाणी टोटल गैस में 20 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन एनर्जी में 19.99 प्रतिशत, अडाणी ट्रांसमिशन में 14.91 प्रतिशत और अडाणी पॉवर में पांच प्रतिशत की गिरावट आई है।
बीएसई पर अडाणी विल्मर में पांच प्रतिशत, एनडीटीवी में 4.99 प्रतिशत, अडानी पोर्ट्स में 0.29 प्रतिशत की गिरावट हुई।
दूसरी ओर, अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 4.21 फीसदी चढ़ा। अंबुजा सीमेंट्स का 1.65 प्रतिशत और एसीसी के शेयर को 1.10 फीसदी लाभ हुआ।
अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर शुक्रवार को 20 प्रतिशत तक टूटे थे।
पिछले मंगलवार को कारोबार बंद होने के बाद से बीएसई पर अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 37.95 प्रतिशत टूटा है। अडाणी टोटल गैस में 39.57 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन एनर्जी में 37.95 प्रतिशत और अडाणी पोर्ट्स में 21.55 प्रतिशत की गिरावट आई है।
अंबुजा सीमेंट्स के शेयर में 22.28 प्रतिशत, एसीसी में 18.47 प्रतिशत, अडाणी एंटरप्राइजेज में 16.37 प्रतिशत, अडाणी विल्मर में 14.25 प्रतिशत, अडाणी पावर में 14.24 प्रतिशत और एनडीटीवी में 14.22 प्रतिशत की गिरावट आई है।
तीन दिन में बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर 10.93 प्रतिशत, भारतीय स्टेट बैंक का शेयर 9.42 प्रतिशत और एलआईसी का 6.52 प्रतिशत टूटा है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेस में मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘अडाणी एंटरप्राइजेज का यह बयान महत्वपूर्ण है कि एफपीओ अपने तय समय पर आया है और मूल्य दायरे में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस बयान को प्रबंधन के भरोसे के रूप में देखा जा सकता है कि एफपीओ की सफलता को लेकर वह आशान्वित है।’’
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर भाव में गड़बड़ी संबंधी अपनी रिपोर्ट को ‘भारत पर सोचा-समझा हमला’ बताने वाले समूह के आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि एक धोखाधड़ी को ‘राष्ट्रवाद’ से ढका नहीं जा सकता है।
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