नयी दिल्ली, 16 अप्रैल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया लि. (सीआईएल) का पूंजीगत व्यय बीते वित्त वर्ष 2023-24 में 6.5 प्रतिशत बढ़कर 19,840 करोड़ रुपये रहा।
कोल इंडिया ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का पूंजीगत व्यय 18,619 करोड़ रुपये था।
देश में कुल कोयला उत्पादन में कंपनी की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने कहा कि यह लगातार चौथा साल है जब पूंजीगत व्यय बजटीय लक्ष्य से ऊपर रहा है।
कोल इंडिया का लक्ष्य भविष्य में उत्पादित कोयले की बढ़ी हुई मात्रा को निकालने के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा तैयार करना है।
भूमि अधिग्रहण और संबंधित पुनर्वास और पुनर्स्थापना मद में पिछले वित्त वर्ष में भूमि के लिए पूंजीगत व्यय 5,135 करोड़ रुपये रहा, जो दूसरा सबसे बड़ा मद रहा। यह वित्त वर्ष 2022-23 में 3,367 करोड़ रुपये के मुकाबले 52.5 प्रतिशत अधिक है।
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी (एचईएमएम) की खरीद 3,078 करोड़ रुपये के साथ तीसरी सबसे बड़900, 600)" title="Share on Whatsapp">