कोलकाता, 28 मार्च दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया लि. (सीआईएल) के उत्पादन में चालू वित्त वर्ष 2020-21 में 50 से 60 लाख टन की मामूली गिरावट आ सकती है। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष में कोल इंडिया का उत्पादन 60 करोड़ टन से काफी नीचे रहेगा।
वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का कोयला उत्पादन 60.2 करोड़ टन रहा था। वहीं 2018-19 में कोल इंडिया ने 60.69 करोड़ टन का अपना सबसे ऊंचा उत्पादन दर्ज किया था।
यह लगातार दूसरा साल होगा जबकि कोल इंडिया का उत्पादन घटेगा। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में 66 करोड़ टन उत्पादन का लक्ष्य रखा था। साल के मध्य में कंपनी ने उम्मीद जताई थी कि उसका उत्पादन 63 से 64 करोड़ टन रहेगा।
अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 की वजह से पैदा हुई अड़चनों के चलते कोल इंडिया का उत्पादन प्रभावित हुआ है। महामारी की वजह से मांग घटी है जिसकी वजह से कंपनी के पास कोयले का भंडार जमा हो गया है और उसे अपने उत्पादन में कटौती करनी पड़ी है।
सूत्रों ने कहा कि 27 मार्च तक कोल इंडिया का उत्पादन 58.5 करोड़ टन रहा है। माह के शेष दिनों में 1.1 करोड़ टन का और उत्पादन होगा। इस तरह कंपनी का कुल उत्पादन 59.6 से 59.7 करोड़ टन के बीच रहेगा।
वित्त वर्ष के दौरान कोयले का उठाव 57.7 करोड़ टन रहने की उम्मीद है। कोल इंडिया के पास कोयले का भंडार फरवरी के अंत तक बढ़कर 7.78 करोड़ टन हो गया है। जनवरी के अंत तक यह 6.68 करोड़ टन था।
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