
बेंगलुरु, 27 मार्च कर्नाटक के सहकारिता मंत्री के एन राजन्ना के बेटे और कांग्रेस एमएलसी के एन राजेंद्र ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों ने उनके पिता को कथित तौर पर ‘हनीट्रैप’ में फंसाने के प्रयासों की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि सीआईडी के अधिकारी जांच के सिलसिले में उनके आधिकारिक आवास पर भी गए थे।
राजेंद्र ने कहा कि उन्होंने आज कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) आलोक मोहन से मुलाकात कर उनकी ‘हत्या’ के कथित प्रयास के संबंध में जानकारी साझा की थी।
राजेंद्र ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि (हनीट्रैप के प्रयास का) मामला सीआईडी को सौंप दिया गया है। सीआईडी ने यहां जयमहल रोड पर (राजन्ना को आवंटित) सरकारी आवास का दौरा किया और कर्मचारियों से पूछताछ की। उन्होंने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है - फिलहाल यही जानकारी मेरे पास है।’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि चूंकि डीजीपी मामला सीआईडी को सौंप दिया था। राजेंद्र ने कहा कि इसलिए सीआईडी ने आज अपनी जांच शुरू कर दी और यह जांच ‘‘गृह मंत्री को सौंपी गई अर्जी पर आधारित है।’’
राजन्ना ने मंगलवार को राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर को अर्जी देकर कथित तौर पर उन्हें (राजन्ना को)‘हनीट्रैप’ में फंसाने के प्रयासों की जांच और आवश्यक कार्रवाई की मांग की थी।
परमेश्वर ने कहा कि सरकार कानून के दायरे में राजन्ना की अर्जी की जांच करेगी तथा कानूनी विशेषज्ञों से परामर्श करने व मुख्यमंत्री के साथ चर्चा करने के बाद आवश्यक कार्रवाई करेगी।
पिछले बृहस्पतिवार को राजन्ना ने विधानसभा को सूचित किया कि उन्हें ‘हनीट्रैप’ में फंसाने की कोशिश की गई थी और विभिन्न दलों के कम से कम 48 नेताओं को भी ‘हनीट्रैप’ में फंसाने की कोशिश हुई है।
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