बीजिंग, 22 फरवरी चीन ने कोविड-19 महामारी को लेकर अपने सख्त वीजा प्रतिबंधों के कारण स्वदेश में फंसे 23,000 से अधिक भारतीय छात्रों की ‘‘शीघ्र वापसी’’ के लिए काम करने का भारत से वादा किया है।
साथ ही,चीन ने भारत को आश्वस्त किया है कि भारतीय छात्रों से किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा क्योंकि उनकी पढ़ाई फिर से शुरू कराना कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
इन भारतीय छात्रों के जटिल मुद्दे पर अपने प्रथम सकारात्मक संवाद में चीनी विदेश मंत्रालय ने यहां भारतीय दूतावास को सूचित किया कि ‘वे भारतीय छात्रों सहित सभी विदेशी छात्रों के कल्याण को लेकर अवगत हैं। ’ इन छात्रों में ज्यादातर छात्र विभिन्न चीनी कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं।
यहां भारतीय दूतावास की एक प्रेस विज्ञप्ति में मंगलवार को कहा गया, ‘‘चीन के विदेश मंत्रालय ने दूतावास को आश्वस्त किया है कि वे भारतीय छात्र सहित सभी विदेशी छात्रों के कल्याण को लेकर अवगत हैं और यह भी बताया है कि वे एक समन्वित तरीके से उनकी शीघ्र चीन वापसी पर काम करेंगे तथा इस विषय पर दूतावास से निरंतर संपर्क में रहेंगे।’’
उल्लेखनीय है कि 2020 से चीन ने भारतीयों को वीजा जारी करना रोक रखा है और अभी दोनों देशों के बीच उड़ानों का परिचालन नहीं हो रहा है।
भारतीय दूतावास ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘वह दोनों देशों के बीच लोगों की आवाजाही के मुद्दे पर चीनी पक्ष के साथ काम करना जारी रखेगा। ’’
इसमें कहा गया है, ‘‘चीन की यात्रा करने को इच्छुक सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे आगे की सूचना के लिए दिल्ली में चीनी दूतावास और मुंबई तथा कोलकाता में वाणिज्य दूतावासों से संपर्क में बने रहें। भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास इस विषय पर चीन की ओर से सूचना साझा किये जाने पर उसे फौरन अपनी वेबसाइट और विभिन्न सोशल मीडिया मंच पर उपलब्ध कराएंगे। ’’
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