जयपुर, दो जून राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए प्रदेश के सभी मातृ एवं शिशु अस्पतालों के आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिये प्रदेश में नवजात गहन चिकित्सा ईकाई, ‘पीडियाट्रिक पीआईसीयू’, मातृ एवं शिशु अस्पतालों को मजबूत बनाने के साथ ही ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
शर्मा ने बुधवार को राजसमंद जिले के नेडच में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के दौरान आम लोगों को उनके आसपास के क्षेत्रों या स्थानीय स्तर पर ही बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 350 से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को सुदृढ़ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इन स्वास्थ्य केंद्रों को ए, बी और सी श्रेणी में रखते हुए इनमें आईसीयू बेड, ऑक्सीजन पाइप, ऑक्सीजन सिलेंडर, कोरोना संक्रमण के उपचार में काम आने वाली जरूरी दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पिछले डेढ साल में विभाग द्वारा चिकित्सा संस्थानों के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के साथ ही संस्थानों में कर्मचारियों की कमी को भी दूर करने की कोशिश की गयी है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान लगभग 3500 चिकित्सक के अलावा हजारों कर्मचारियों की भर्ती की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में छह हजार से ज्यादा मेडिकल स्टाफ की भी भर्ती प्रक्रियाधीन है।
इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष और नाथद्वारा के विधायक डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि राज्य सरकार के बेहतरीन प्रबंधन से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में धीरे-धीरे कमी आ रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए सरकार और विभाग तैयारियों में जुटे हुए हैं।
कुंज पृथ्वी
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